Thursday , 26 December 2024

टेंट, शेड और सैनिक, सब हटेंगे… दिवाली से पहले भारत-चीन के बीच इन 2 इलाकों से पूरा होगा डिसइंगेजमेंट

भारत और चीन के बीच ईस्ट लद्दाख को लेकर हालात सामान्य होने लगे हैं. सेना के सूत्रों ने पुष्टि की है कि इस महीने के अंत तक डेमचोक और देपसांग में गश्त फिर से शुरू हो जाएगी. भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच टकराव से बचने के लिए समन्वित तरीके से गश्त होगी. सूत्रों के मुताबिक 28-29 अक्टूबर तक डिसइंगेजमेंट की प्रोसेस पूरी हो जाएगी.

नया समझौता सिर्फ देपसांग और डेमचोक में होगा लागू

सेना के सूत्रों के अनुसार नया समझौता सिर्फ देपसांग और डेमचोक के लिए लागू होगा और अन्य स्थानों के लिए नहीं. ये समझौता पैंगोंग लेक के किनारों सहित बफर ज़ोन के लिए लागू नहीं होगा. दोनों पक्षों (भारत और चीन) के सैनिक अप्रैल 2020 से पहले की स्थिति में वापस आ जाएंगे और वे उन क्षेत्रों में गश्त करेंगे, जहां उन्होंने अप्रैल 2020 तक गश्त की थी.

सीमित संख्या में ही गश्त कर सकेंगे सैनिक

इसके साथ ही नियमित रूप से ग्राउंड कमांडरों की बैठकें आयोजित होगीं, एक निश्चित संख्या में ही सैनिक गश्त कर सकेंगे. समझौते के अनुसार, किसी भी गलतफहमी से बचने के लिए दोनों पक्ष एक-दूसरे को सूचित करेंगे कि कब गश्त की जाएगी. सूत्रों के मुताबिक स्थिति सामान्य करने के लिए सभी स्तरों पर कई बार बातचीत की गई है.

इस महीने के आखिर तक शुरू हो जाएगी गश्त

28-29 अक्टूबर तक डिसइंगेजमेंट की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और इस महीने के अंत तक गश्त शुरू हो जाएगी. इस दौरान शेड, टेंट और ट्रुप्स जैसे सभी अस्थायी ढांचे हटाएं जाएंगे. दोनों पक्ष क्षेत्र पर निगरानी रखेंगे. देपसांग और डेमचोक में गश्त पॉइंट वे पॉइंट होंगे, जहां हम अप्रैल 2020 से पहले पारंपरिक रूप से गश्त करते थे.

करीब 12 अस्थायी स्ट्रक्चर और 12 टेंट हटाए जाएंगे

बता दें कि दोनों तरफ करीब 10 से 12 अस्थायी स्ट्रक्चर और करीब 12 टेंट हैं, जिन्हें हटाने की तैयारी की जा रही है. एक बार जब सभी टेंट और अस्थायी ढांचे पूरी तरह से हटा दिए जाएंगे, तो जमीन पर और हवाई सर्वेक्षण के जरिए एक जॉइंट वेरिफिकेशन की प्रोसेस शुरू होगी.

चीनी सेना ने कम की वाहनों की संख्या

चीनी सेना ने इलाके में अपने वाहनों की संख्या कम कर दी है और भारतीय सेना ने भी इलाके में कुछ सैनिकों को वापस बुला लिया है. सूत्रों ने बताया कि यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद अगले 4-5 दिनों में देपसांग और डेमचोक में गश्त फिर से शुरू होने की उम्मीद है.

दोनों देशों के स्थानीय सैन्य कमांडरों के बीच कॉर्डिनेशन

सेना की वापसी अभियान को कॉर्डिनेट किया जा रहा है. सूत्रों के अनुसार, हर सुबह दोनों देशों के स्थानीय सैन्य कमांडर दिन के लिए प्लांड एक्शन पर बात करने के लिए हॉटलाइन कॉल करते हैं और वे रोजाना एक या दो बार स्पेसिफाइड पॉइंट पर मुलाकात भी करते हैं.

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