Friday , 27 December 2024

मौसम : रतलाम, सागर और छिंदवाड़ा में बरसा पानी, इंदौर, भोपाल में छाए बादल

नई दिल्ली/भोपाल  । बेमौसम बारिश और ओला गिरने से कई राज्यों में फसलों को नुकसान पहुंचा है। मप्र के अलग-अलग जिलों में हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण खरीदी केन्द्रों पर गेहूं भीगने की खबरें सामने आई हैं। सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि किसी भी जिले में जनहानि, पशुहानि या किसी प्रकार का नुकसान होगा तो सरकार उसके प्रति गंभीर रहेगी। उसकी क्षतिपूर्ति करने के लिए मुआवजा दिया जाएगा, प्रदेश सरकार इसके लिए संकल्पित है। एक तरफ जहां देश में बारिश के दौर से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, कुछ इलाके ऐसे भी है जहां तेज गर्मी का असर देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान, गुजरात और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में तापमान 40 से 43 डिग्री के बीच रिकॉर्ड किया गया है।

मप्र में गुरुवार को भी मौसम बदल गया। रतलाम, सागर और छिंदवाड़ा में बारिश हुई। कई जिलों सुबह से बादल छाए रहे। पिछले 3-4 दिनों से कई जिलों में बारिश-ओले गिरने से तापमान में भी गिरावट देखी गई। मौसम विभाग ने भोपाल-इंदौर समेत 31 जिलों में भी गरज-चमक, ओले, बारिश और आंधी चलने की संभावना जताई है। नर्मदापुरम-बैतूल जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। यहां 60 किलोमीट प्रति घंटे की स्पीड से आंधी चल सकती है। रतलाम जिले में सुबह से बादल छाए रहे। दोपहर में अचानक मौसम बदला और तेज हवाओं के साथ बारिश होने लगी। रतलाम शहर में सडक़ें तरबतर हो गई। जिले के बाजना में भी जमकर पानी गिरा। सागर जिले में गरज-चमक के साथ बारिश हुई और ओले गिरे। जिले के बंडा में करीब 20 मिनट तक बारिश हुई।

19 जिलों के 108 शहर-कस्बों में गिरा पानी
इससे पहले प्रदेश के 19 जिलों के कुल 108 शहर और कस्बों में पिछले 24 घंटे के दौरान कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई। जिन जिलों में बारिश हुई, उनमें भोपाल, इंदौर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, नरसिंहपुर, मंडला, अनूपपुर, डिंडोरी, सागर, जबलपुर, बैतूल, सीहोर, नर्मदापुरम, रायसेन, शाजापुर, उज्जैन, देवास और विदिशा शामिल हैं। सिवनी के बरघाट में सबसे ज्यादा 45.2 मिमी यानी पौने 2 इंच से ज्यादा पानी गिरा। छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा में भी इतनी ही बारिश हुई। बैतूल जिले के घोड़ा डूंगरी में डेढ़ इंच पानी बरसा। पूरे देश में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के एक्टिव होने से कई राज्यों में गर्मी के मौसम में बारिश और ओले देखने को मिल रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, मप्र, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में बारिश का दौर जारी रहेगा। यहां 13 अप्रैल तक ओले गिरने का भी अलर्ट है। राजस्थान के 14 जिलों में बारिश का अलर्ट है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा, बिहार और अंडमान एंड निकोबार में भी बरसात का दौर देखने को मिल रहा है। उधर, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल के कुछ इलाकों में भी 13 अप्रैल के बाद बर्फबारी की संभावना है।

मौसम के बदलने की वजह
मौसम विभाग ने बताया कि पूरे देश में मौसम में बदलाव की वजह ईरान, पाकिस्तान होकर उत्तर भारत पहुंचने वाली लहरें यानी वेस्टर्न डिस्टर्बेंस है। इस कारण फरवरी, मार्च और अब अप्रैल में भी मौसम लगातार बदल रहा है। इंस्टीट्यूट आफ साइंस एंड रिसर्च एजुकेशन के अर्थ एंड एनवायरमेंटल साइंस डिपार्टमेंट के एसो. प्रोफेसर डॉ. पंकज कुमार के मुताबिक, 1980 से 2023 तक डब्ल्यूडी 43 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं। मार्च में अब हर दूसरे, तीसरे दिन वेस्टर्न डिस्टर्बेंस पहुंच रहा है।

फसल नुकसान की भरपाई की जाएगी: सीएम यादव
मप्र के सीएम डॉ. मोहन यादव ने ओलावृष्टि और गेहूं खरीदी को लेकर प्रशासन को निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा 80 प्रतिशत अनाज पहले से कवर्ड है। जो ओपन यानि खुले में रखा है उसको तत्काल सुरक्षित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि ओलावृष्टि को लेकर प्रशासन को निर्देश जारी कर किये गए हैं। किसी भी जिले में जनहानि, पशुहानि या किसी प्रकार का नुकसान होगा तो सरकार उसके प्रति गंभीर रहेगी। उसकी क्षतिपूर्ति करने के लिए मुआवजा दिया जाएगा, प्रदेश सरकार इसके लिए संकल्पित है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने निर्देश जारी किए हैं। गेहूं की जो फसल आ रही है, उसकी चमक कमजोर थी। किसी कारण से उनको खरीदने में कठिनाई आ रही थी। वो निर्देश भी स्पष्ट हो गए हैं, किसान को किसी प्रकार का कष्ट न आने दें।

Check Also

महाराष्ट्र में सीएम फडणवीस ने अपने पास गृह विभाग रखा, अजित पवार को वित्त विभाग, शिंदे को….

मुम्बई (ईएमएस)। महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस सरकार में मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा हो …