Tuesday , 14 January 2025

उमरांग्सू खदान हादसा: खराब मौसम के कारण बचाव अभियान स्थगित 

– अभियान के पहले दिन नहीं मिली सफलता, शाम 6 बजे रोका गया बचाव अभियान

– बुधवार सुबह से फिर शुरू होगा अभियान

गुवाहाटी । असम के उमरांग्सू क्षेत्र की कोयला खदान में हुए हादसे में बचाव कार्य पहले दिन सफलता प्राप्त नहीं कर सका। मंगलवार शाम को खराब मौसम और जलस्तर में वृद्धि के कारण बचाव अभियान को अस्थायी रूप से रोकना पड़ा। अभियान बुधवार सुबह नए सिरे से शुरू किया जाएगा।

ज्ञात हो कि सोमवार, 06 जनवरी को उमरांग्सू क्षेत्र की ‘3 किलो’ में कोयला खदान में पानी भरने के कारण अनेक मजदूर फंस गए। प्रशासन ने घटना के तुरंत बाद राहत कार्य तेज कर दिए। खदान से 10 मजदूरों को जहां सुरक्षित निकाल लिया गया, वहीं कम से कम 12 मजदूर के अभी तक फंसे होने की सूचना है। हालांकि, मजदूरों की सही संख्या को लेकर कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिली है।

प्राकृतिक बाधाओं से जूझ रहा बचाव कार्य

भारतीय नौसेना की टीम, जो विशेष उपकरणों के साथ मौके पर पहुंची थी, खदान में जलस्तर बढ़ने के कारण बाहर लौट आई। खदान में लगातार बढ़ते जलस्तर और भारी बारिश ने राहत कार्य को और जटिल बना दिया है।

डिमा हसाओ के पुलिस अधीक्षक मयंक कुमार झा ने कहा कि अभी तक खदान में फंसे मजदूरों की सटीक संख्या की पुष्टि नहीं हो पाई है। शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, एक भूमिगत जल स्रोत के टूटने से खदान में पानी भर गया, जिससे मजदूरों के पास भागने का कोई मौका नहीं था।

मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री के बीच चर्चा

मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने केंद्रीय कोयला और खनन मंत्री जी किशन रेड्डी से स्थिति को लेकर चर्चा की। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी कि राहत और बचाव कार्यों के लिए केंद्र और राज्य सरकार समन्वय से काम कर रही हैं।

अवैध खनन पर कार्रवाई

घटना के बाद पुलिस ने उमरांग्सू के पास स्थित एक अवैध कोयला खदान पर छापा मारकर सूरज नूनिसा नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। वह लंबे समय से अवैध खनन गतिविधियों में लिप्त था।

नौसेना की विशेष टीम तैनात

विशाखापट्टनम से आई भारतीय नौसेना की टीम, जिसमें 12 सदस्य शामिल हैं, विशेष गोताखोरों के साथ बचाव अभियान में जुटी है। जलस्तर नियंत्रित करने और फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

प्रशासन का कहना है कि बचाव कार्य में तेजी लाने और मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा है कि बुधवार से कोल इंडिया की रेस्क्यू टीम भी बचाओ और राहत कार्य में शामिल होगी। उन्होंने कहा है कि ऑयल इंडिया की ओर से पानी खदान से निकलने के लिए एक बड़ा पंप भेजा गया है तथा कोल इंडिया भी आगामी कल वाटर पंप महिया कराएगा।

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