गाजियाबाद,19 फरवरी (हि.स.)। संसदीय एवं सामाजिक सद्भाव समिति के आशुतोष सिन्हा ने सोमवार को यहां कहा कि आमजन के हित की सुरक्षा करते हुए कार्य किया जाए। साथ ही सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए।
कलक्ट्रेट सभागार में समिति की समीक्षा बैठक में उन्होंने बैठक में गैर हाजिर अधिकारियों के प्रति नाराजगी जाहिर की और कहा कि आगे ऐसा नहीं होना चाहिए। इस बैठक में गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर के अधिकारी शामिल हुए।
बैठक में सभापति आशुतोष सिन्हा ने गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर में केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं, अपराध की रोकथाम के लिए किए गए कार्यों, राजस्व को बढ़ाने हेतु किए गए कार्यों एवं वसूली आदि के बारे में विस्तार से जानकारी ली ।
बैठक के दौरान गौतमबुद्धनगर और गाजियाबाद के कुछ जमीनी मामलों में अन्य से विवाद चल रहा था जिसके त्वरित निस्तारण के लिए समिति ने निर्देश दिए। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के भी अनेक मामलों को समझते हुए विस्तार से चर्चा की गयी। वहीं दोनों जनपदों में आबकारी विभाग द्वारा किए गये कार्यों की रिर्पोट देखी गयी। परिवहन विभाग के द्वारा ओवर लोड सहित अन्य चालनों का विवरण मांगा गया। समिति ने जनपदों में विभिन्न सम्प्रदायों तथा जातियों के बीच सद्भाव उत्पन्न करने हेतु किये गए प्रयासों से अवगत हुए। इसके अलावा दोनों जिलों में बाल संरक्षण गृह, महिला सुधार गृह, पोषण, खान—पान, बंधवा मजदूरी, बाल श्रम, महिला शोषण, उत्पीड़न, बाल विकास विभाग, अवैध कब्जा, श्रम विभाग आदि के बारे में विस्तार से जाना गया।
उन्होंने कहा कि शराब की दुकानों के बाहर शराब पीने पर पूर्ण प्रतिबंध लगना चाहिए। नशा कर वाहन चलाने वालों पर सख्त कार्यवाही की जाए। व्यापार कर की धनराशि को जल्द वसूला जाए और इस मामले में बिल्कुल भी लापरवाही ना बरती जाए।
बैठक में मुख्य रूप से समिति के सदस्य लाल बिहारी यादव ,मुकुल यादव,अनुसचिव धनंजय सिंह, धमेन्द्र सिंह,अभिषेक कुमार पाण्डेय प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।