शराब के शौकीन लोग अक्सर इसे कांच के गिलास में पीते हैं, जबकि स्टील के गिलास में इसे पीना बहुत कम पसंद किया जाता है। आइए जानते हैं इसकी पीछे की असली वजह।
मानसिकता और साइकोलॉजी
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कांच के गिलास में शराब पीना एक मानसिकता का हिस्सा है। लोग शराब को न केवल पीना चाहते हैं, बल्कि इसे महसूस भी करना चाहते हैं। स्टील के गिलास में शराब नजर नहीं आती, जिससे उसे पीने का अनुभव कम लगता है।
सामाजिक ओहदे का प्रतीक
फिल्मों और सामाजिक छवि में अक्सर उच्च वर्ग के लोगों को कांच के गिलास में शराब पीते हुए दिखाया जाता है। यह एक तरह का मानसिक युक्ति है जो उच्च ओहदे को दर्शाती है। अधिकतर लोग मानते हैं कि स्टील के गिलास में शराब पीना कोई स्टैंडर्ड नहीं है।
स्टील में नुकसान नहीं
यह एक गलत धारणा है कि स्टील में शराब पीने से स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचता है। वास्तव में शराब को बड़े-बड़े स्टील के बर्तनों में ही बनाया जाता है। इसी तरह बियर को भी लोग स्टील के बॉटल्स या कैन्स में पीते हैं।
स्टील में शराब का सेवन
कुछ लोग शराब को स्टील के गिलास में भी पीते हैं, खासकर जब वे ट्रेन या बस में सफर करते समय या अन्य जगहों पर छुपकर शराब पीते हैं। इस तरह की प्रथा का पालन अक्सर तब होता है जब वे लोगों की नजरों से बचना चाहते हैं।