मेरठ, 27 जनवरी (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मेरठ के राज्यसभा सांसद डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी को झारखंड का प्रदेश चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है। इसी तरह से राज्यसभा सांसद विजयपाल सिंह तोमर को उड़ीसा का चुनाव प्रभारी बनाया गया है। मेरठ के दो सांसदों के चुनाव प्रभारी बनने से भाजपा कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है।
संगठन के कुशल शिल्पी है लक्ष्मीकांत बाजपेयी
सांसद डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी की गिनती भाजपा के कद्दावर नेताओं में होती है। वह विधायी कानूनों के बड़े जानकार और पार्टी संगठन के कुशल शिल्पी है। मेरठ शहर विधानसभा से चार बार विधायक और प्रदेश सरकार में मंत्री रहे। इसके बाद उन्हें उत्तर प्रदेश भाजपा का उपाध्यक्ष चुना गया। कुशल संगठन क्षमता के कारण डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी को उत्तर प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष बनाया गया। यहां भी उनकी संगठन कुशलता का लाभ भाजपा को मिला। उनके प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को प्रचंड बहुमत प्राप्त हुआ।
चुनाव हारने के बाद भी सक्रिय रहे वाजपेयी
2017 में विधानसभा चुनाव हारने के बाद भी लक्ष्मीकांत बाजपेयी मेरठ में लगातार सक्रिय रहे। जनहित के मुद्दों को लेकर अपनी ही सरकार में वह अधिकारियों को लगातार घेरते रहे। आज लोग भी अपनी समस्याओं को लेकर उनके पास निसंकोच जाते और लक्ष्मीकांत बाजपेयी उन्हें हल करवाते रहे।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व सांसद चुने गए वाजपेयी
लंबे समय बाद भाजपा ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के राजनीति क्षत्रप डॉ. लक्ष्मीकांत को राज्यसभा सांसद बनाया। उनकी संगठन क्षमता का लाभ लेने के लिए पार्टी ने लक्ष्मीकांत बाजपेयी को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का भी दायित्व दिया। इसके बाद से ही लक्ष्मीकांत झारखंड में पार्टी संगठन को मजबूत कराने में जुटे हैं। अब 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा ने लक्ष्मीकांत को झारखंड का प्रदेश चुनाव प्रभारी बनाकर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।
किसान नेता के रूप में है विजयपाल तोमर की पहचान
राज्यसभा सांसद विजयपाल सिंह तोमर को भाजपा ने उड़ीसा का प्रदेश चुनाव प्रभारी बनाया है। मेरठ निवासी विजयपाल तोमर इससे पहले सरधना विधानसभा सीट से जनता दल के टिकट पर विधायक रह चुके हैं। इसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा के जिलाध्यक्ष रहने के बाद उन्हें किसान मोर्चा उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष बनाया गया। किसान नेता के रूप में विजयपाल तोमर की पहचान के कारण उन्हें भाजपा किसान मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बनाया गया। इसके बाद राज्यसभा सदस्य चुना गया। मेरठ के दो नेताओं के दो अलग-अलग राज्यों में प्रदेश चुनाव प्रभारी बनने से कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई है।