कोरियाई युवाओं (Korean Youth) की जीवनशैली और सौंदर्य धारणाओं में दाढ़ी का न होना एक आम बात है, जिसे फिल्मों (Movies) और इंटरनेट (Internet) पर भी देखा जा सकता है। चाहे वह आम नागरिक हो या सेलेब्रिटी (Celebrities), अधिकांश कोरियाई पुरुषों को क्लीन शेव (Clean Shave) में देखा जा सकता है।
कोरियाई पुरुषों का क्लीन शेव रहना उनकी सांस्कृतिक पहचान (Cultural Identity) और व्यक्तिगत पसंद (Personal Preference) का प्रतीक है। यह उनके समाज में सौंदर्य की धारणा (Perception of Beauty) और आदर्शों को दर्शाता है। इस तरह, दाढ़ी का न होना केवल एक शारीरिक विशेषता नहीं, बल्कि उनकी सांस्कृतिक और सामाजिक मान्यताओं का भी हिस्सा है।
कोरियाई लड़कों की दाढ़ी: मिथक और तथ्य (Korean Men’s Beards: Myth and Reality)
यह एक गलतफहमी है कि कोरियाई पुरुषों को दाढ़ी नहीं आती। वास्तविकता में, वे चेहरे पर बाल उगा सकते हैं, लेकिन उनके बालों की ग्रोथ (Hair Growth) दूसरे देशों के पुरुषों से अलग होती है। विभिन्न जलवायु क्षेत्रों (Climate Zones) में रहने वाले लोगों के शरीर पर बालों की वृद्धि भिन्न होती है। पूर्वी एशिया के लोगों में EDAR जीन (Gene) की उपस्थिति के कारण चेहरे पर कम बाल आते हैं। इसके अलावा, टेस्टोस्टेरोन हार्मोन (Testosterone Hormone) का स्तर भी बालों की ग्रोथ में अहम भूमिका निभाता है।
कोरियाई संस्कृति में दाढ़ी का अभाव (Absence of Beard in Korean Culture)
यह सच है कि कोरियाई पुरुषों की दाढ़ी कम आती है, लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण है कि कोरियाई संस्कृति (Korean Culture) में दाढ़ी को गंदगी, अशुद्धता और आलस्य (Dirt, Impurity, Laziness) के रूप में देखा जाता है। जहां दूसरे देशों में दाढ़ी को मर्दानगी का प्रतीक माना जाता है, वहीं कोरियाई सभ्यता में इसे नापसंद किया जाता है। कोरियाई लोग मानते हैं कि सुंदरता (Beauty) आंखों में होती है और इसी कारण से वे दाढ़ी नहीं रखते हैं।