क्रिकेट, जो कि एक रोमांचक खेल है, में विकेट पर लगने वाली बेल्स या गिल्लियां (Bails or Wickets) एक छोटी पर महत्वपूर्ण चीज है। यह खेल में निर्णायक भूमिका निभाती हैं और इनका गिरना या ना गिरना कई बार मैच का परिणाम बदल देता है।
क्रिकेट के इस छोटे लेकिन महत्वपूर्ण घटक की कीमत और इसके तकनीकी विकास ने खेल के प्रति उत्साह और सटीकता को बढ़ा दिया है। ये बेल्स न केवल खेल के नियमों में, बल्कि इसकी तकनीकी प्रगति में भी अपना एक खास स्थान रखती हैं।
गिल्लियों का विकास और टेक्नोलॉजी
पहले ये साधारण लकड़ी से बनी होती थीं, पर अब लाइट वाली बेल्स (Lighted Bails) भी मार्केट में आ गई हैं। इनमें लगी लाइट बेल्स के विकेट से अलग होते ही जल उठती है, जो रन आउट, बोल्ड, स्टंपिंग आदि के दौरान निर्णायक साबित होती है।
बेल्स की कीमत
लाइट वाले स्टंप्स को पहली बार ऑस्ट्रेलिया के बिग बैश मैच में 2013 में इस्तेमाल किया गया था। और एकरमैन ने डिजाइन किए थे. बिग बैश के बाद, ICC ने अपने टूर्नामेंट में इसका इस्तेमाल किया और सबसे पहले बांग्लादेश में 2014 टी20 विश्व कप में इसका इस्तेमाल हुआ। इसके बाद इसका रिव्यू इच्छा मिला और फिर बाद में इसे हर मैच में इस्तेमाल किए जाने लगा।
रिपोर्ट्स के अनुसार, एलईडी स्टंप्स की कीमत उनके फीचर्स, उनकी कंपनी, कैमरा आदि पर निर्भर करती है। जिंग बेल्स और कैमरे वाले एलईडी स्टंप्स की कीमत लगभग 40 हजार डॉलर (Approx. ₹30-₹40 Lakhs) होती है। वहीं, कई कंपनियां इन्हें 5 हजार डॉलर से 20 हजार डॉलर (Approx. ₹4 Lakhs – ₹16 Lakhs) के बीच में भी बेचती हैं।
इंटरनेशनल मैच में इस्तेमाल होने वाली बेल्स की कीमत
अगर सिर्फ बेल्स की बात करें तो इंटरनेशनल मैच में प्रयोग होने वाली बेल्स की कीमत लगभग 50 हजार रुपये (Approx. ₹50,000) से ज्यादा होती है।