थ्री गोरजेस बांध: दुनिया का सबसे बड़ा बांध चीन में स्थित है। इस बांध का पृथ्वी पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा है।
विश्व का सबसे बड़ा बांध चीन में है। इस बांध का नाम थ्री गोरजेस बांध है। यह बांध धरती के लिए खतरे की घंटी बनता जा रहा है।
इस बाँध के कारण पृथ्वी की घूर्णन गति थोड़ी कम हो गयी है। एक दिन का समय लगभग 0.06 माइक्रोसेकंड बढ़ गया है।
इस बांध में इतना पानी जमा हो गया है कि इसका प्रभाव पृथ्वी की जड़ता पर पड़ा है। यह बांध धरती पर कई समस्याएं पैदा कर सकता है।
यह बांध 2.3 किलोमीटर लंबा, 115 मीटर चौड़ा और 185 मीटर ऊंचा है। इस बांध के जलाशय में 42 अरब टन पानी है। बांध क्षेत्र 6,400 पौधों की प्रजातियों, 3,400 कीट प्रजातियों, 300 मछली प्रजातियों और 500 से अधिक स्थलीय कशेरुक प्रजातियों का घर है। इस बांध के कारण ये प्रजातियाँ खतरे में हैं। इस बाँध से सूखा और महामारी भी बढ़ी है।
इस बांध के कारण पृथ्वी के उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव एक दूसरे से दूर चले गये हैं। इस बांध के निर्माण के कारण उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव अपने-अपने स्थान से 2-2 सेमी खिसक गये हैं। इतना ही नहीं, पृथ्वी अन्य ध्रुवों पर भी थोड़ी चपटी है।
इस बांध के कारण पृथ्वी की घूर्णन गति धीमी हो गई है। नासा के वैज्ञानिकों ने 2005 में भविष्यवाणी की थी कि थ्री गॉर्जेस बांध ने पृथ्वी के घूर्णन को धीमा कर दिया है। द्रव्यमान में परिवर्तन से एक दिन का समय 0.06 माइक्रोसेकंड बढ़ गया है।
विश्व की सबसे बड़ी जलविद्युत परियोजना इसी बांध पर स्थित है। बांध दो प्रमुख भ्रंश रेखाओं पर बना है। इसलिए यहां भूकंप आते हैं।