-कहीं गिरे पेड़ तो कहीं उड़ गई दुकानें, देर रात तक आधे महानगर में छाया रहा अंधेरा
झांसी, (हि.स.)। जिले में शुक्रवार की शाम अचानक मौसम ने करटव बदली और तबाही भरी आंधी ने जमकर कहर बरपाया। तबाही का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बुंदेलखंड की गंगा कहीं जाने वाली नदी बेतवा में बने पीपा पुल तक को आंधी में टूट गया। पीपा पुल पर इस दौरान गुजर रहे दो बाइक सवार भी पुल समेत बह गए। जिन्हें बाद में भारी मशक्कत के बाद बचाया गया। इसके अलावा कई स्थानों पर पेड़ टूट कर जमीन पर जा गिरे। रास्ते अवरुद्ध हो गए तो महानगर के कई हिस्सों में बिजली न आने के चलते देर रात तक अंधेरा छाया रहा।
बरुआसागर क्षेत्र के अन्तर्गत उजयान से पारीछा को जोड़ने वाला क्षेत्र का इकलौता पुल है जो कि पीपों के माध्यम से बना हुआ है। आज उस समय अफरातफरी का माहौल हो गया जब तेज आंधी ने पुल की जंजीर को तोड़ दिया जिसके चलते पीपे पानी में बह गए। लोगों ने बताया कि पीपों को जंजीर के माध्यम से जकड़ा गया था परंतु रख रखाव के अभाव में जंजीर कमजोर पड़ गई एंव पानी की वजह से जंजीर गल गयी और तेज आंधी के चलते पीपे बह गए। उस समय पुल पर बाइक सवार दो लोग गुजर रहे थे वे भी पीपों के साथ काफी दूर तक बहते चले गए। परंतु पुलिस प्रशासन एंव ग्रामीणों की तत्परता के चलते काफी मशक्कत के बाद दोनों को सुरक्षित बचा लिया गया।
वहीं ग्रामीणों ने बताया कि यह बहुत ही पुराना पुल है। कई बार शासन, प्रशासन एंव जनप्रतिनिधियों से मांग की है कि यह बेतवा पर उजयान से पारीछा को जोड़ता है उसे पक्का पुल बना दिया जाए लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। सुरक्षा के मद्देनजर प्रशिक्षु आईपीएस अंतरिक्ष जैन भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने बताया कि परीछा निवासी प्रदीप व पच्चरगढ़ निवासी एक अन्य व्यक्ति को सुरक्षित निकाल लिया गया है। पुल कैसे और क्यों टूटा इसकी प्रशासन जांच की बात कह रहा है, लेकिन एक बड़ी जनहानि व हादसा होने से बच गया।
वहीं महानगर समेत जिले के कई स्थानों पर भीषण आंधी के चलते पेड़ गिर जाने से रास्ते अवरुद्ध हो गए। जबकि मऊरानीपुर क्षेत्र में सड़क किनारे बनी दुकानों के टीन शेड भी उड़ने की सूचना मिली। देर रात तक महानगर झांसी समेत आसपास के इलाकों में विद्युत आपूर्ति ठप होने के चलते अंधेरा छाया रहा। वहीं विद्युत विभाग के अधिकारी जानकारी देने से कतराते रहे।
किसानों की जान हलक में
तेज आंधी ने खेतों में कटी फसलों के गठ्ठर उड़ा कर कई किलोमीटर दूर चले गए। वहीं आंधी के बाद गिरे पानी ने फसलों को बर्बाद कर दिया। खेतों में पककर कटने के लिए तैयार खड़ी फसलें भी काफी हद तक गिर गई और उन्हें नुकसान पहुंचा है। इस तबाही ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है।