मीरजापुर, 27 जनवरी (हि.स.)। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने शनिवार को जनपद भ्रमण के दौरान सिरसी, खजुरी एवं मेजा जलाशय का निरीक्षण किया। निर्देशित किया कि सुनिश्चित किया जाए की पानी की बर्बादी न होने पाए बाणसागर से मेजा जलाशय में पानी छोड़े जाने पर उसका भी सदुपयोग करें। नहर में पानी लीकेज होने पर मुख्य अभियंता को फटकार लगाते हुए नाराजगी जताई।
कैबिनेट मंत्री ने अपर खजुरी डैम की क्षमता व निकले हुए नहरों व पानी के स्त्रोत की जानकारी ली। उन्होंने डैम तक आने वाले नालों को साफ-सफाई कराने व सोन पम्प कैनाल से डैम को भरने का निर्देश दिए। साथ ही गंगा नदी में लिफ्ट द्वारा अपर खजुरी डैम को भरने के लिए प्रपोजल तैयार करने का निर्देश दिया। तत्पश्चात सिरसी डैम डैम की क्षमता एवं डैम से निकले नहरों के बारे में जानकारी लिया। कहा कि मेरा मुख्य उद्देश्य टेल के किसानों को पानी पहुंचाना व प्रदेश की सभी नदियों को जिंदा करना है।
उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि सिंचाई विभाग की जमीन को अधिग्रहित कर पौधरोपण कराया जाय, साथ ही बरसात के पहले मई तक सभी बरसाती नाले की सफाई हो जानी चाहिए। डैम के आस-पास चारों तरफ पीपल, बरगद आदि के पेड़ लगाने का निर्देश दिया। उन्होंने सिरसी नहर बंद होने के बावजूद नहर में लीकेज से बहते पानी को देख अपना वाहन रोककर निरीक्षण किया। पानी लीकेज होने पर मुख्य अभियंता शरद कुमार सिंह को कड़ी फटकार लगाते हुए नाराजगी जताई। कहा कि जून माह से पहले नहर के लीकेज दुरुस्त कराए जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर पानी बर्बाद नहीं होना चाहिए।
इसके बाद मंत्री ने मेजा (ददरी) डैम का निरीक्षण किया। मेजा बांध पर कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने जलशक्ति मंत्री से बताया कि सिरसी व मेजाबांध में बरसात के समय बकहर नदी के रास्ते पानी आता है। मंत्री ने बकहर नदी के रास्ते में पड़ने वाले नदी नाले को साफ करने का निर्देश दिया।