कुशीनगर, 08 फरवरी(हि.स.)। कुशीनगर के पनियहवा स्थित नारायणी नदी के तट पर मां नारायणी सामाजिक कुंभ के दूसरे दिन नारायणी के महत्व पर चर्चा व लोक सम्मान कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
मुख्य अतिथि दिव्यसागर महाराज ने भारतीय संस्कृति की चर्चा करते हुए कहाकि हमारी संस्कृति पूरी दुनिया का मार्गदर्शन करती है वेद पुराण, ज्योतिष व योग के माध्यम से हमने सर्वोच्चता सिद्ध किया है। जीवन बचाने के लिए जल व स्वच्छता का पालन हमारे संस्कृति में ही है।
नारायणी के महत्व पर कहाकि हिमालय के धौलागिरी पर्वत नारायण से सप्त गंडक स्थान पर प्रकट होकर मुक्तिनाथ भैरहवा कुशीनगर आदि में प्रवाहित होती है। यह नदी सोनपुर पटना के पास गंगा नदी में समाहित हो जाती है। हिमालय के मध्य भाग में शालिग्राम शिखर है। यह शिखर शालग्राम पर्वत तथा मुक्तिधाम के नाम से प्रसिद्ध है। जिसमें शालिग्राम(ठाकुर जी) शिला प्रचूर मात्रा में पाई जाती हैं। जिससे इस नदी को शालीग्रामी भी कहते हैं।
भाजपा जिलाध्यक्ष दुर्गेश राय ने कहाकि इस प्रकार के आयोजन से समाज को दिशा मिलती है मां नारायणी सामाजिक कुंभ कार्यक्रम अत्यंत सराहनीय है। अध्यक्षता महंत विशंभर दास महाराज व संचालन प्रभाकर पांडेय ने किया। स्वागत कुंभ संयोजक मनोज कुमार पांडेय व नगर पंचायत अध्यक्ष अशोक निषाद ने किया।
राष्ट्रपति बाल पुरस्कार से सम्मानित अनुष्का पाठक, महंत दीपकदास, महंत वल्देव गिरी, डॉ सत्येंद्र गिरी महाराज मैं अपना विचार रखा। इस अवसर पर पूर्व विधायक दीपलाल भारती, हरिशंकर राय, ब्रह्मदेव तिवारी, साध्वी जियन, दशरथ महाराज, नगीना दास, अवधेश पुरी नागा, प्रभंस गिरी दास, नंददास, हरिशंकर राय,सूरज गोविंद राव आदि उपस्थित रहे।