मीरजापुर, 30 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्य कॉरिडोर मूर्तरूप ले चुका है, गुलाबी पत्थर की आभा से निखर उठा है। अब लोकार्पण की घड़ी नजदीक आ चुकी है। मुख्यमंत्री की इच्छाशक्ति व दूरगामी सोच से विंध्यधाम की सूरत बदलेगी ही, तरक्की के द्वार भी खुलेंगे। जिलाधिकारी ने बताया कि विंध्य कॉरिडोर का कार्य अंतिम चरण में है, इसलिए इसका नियमित रूप से निरीक्षण किया जाएगा। ससमय कार्य पूर्ण करने के साथ कार्यदायी संस्था को आधे-अधूरे कार्य शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए गए हैं।
बहुप्रतीक्षित विंध्य काॅरिडोर का अद्भुत, अलौकिक व अविस्मरणीय स्वरूप जल्द ही देश-दुनिया के सामने होगा। जगविख्यात आदिशक्ति जगत जननी मां विंध्यवासिनी धाम का नया स्वरूप धार्मिक संकल्पना को साकार करेगा ही, कला-संस्कृति की झलक भी दिखेगी। विंध्य कारिडोर का निर्माण होने से जिस प्रकार विंध्यधाम का अकल्पनीय विस्तार हुआ, उसी प्रकार पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। संकरी व तंग गलियां, उबड़-खाबड़ रास्ते नहीं, अब आकर्षक प्रवेश द्वार देश-विदेश से विंध्यधाम आने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत करेंगे। यही नहीं, विश्व प्रसिद्ध मां विंध्यवासिनी धाम आने वाले श्रद्धालुओं को आस्था के सम्मान के साथ विश्व स्तरीय सुविधाएं भी मिलेंगी।
अतिक्रमण देख जिलाधिकारी नाराज, दी चेतावनी
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने मंगलवार को नगर मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह के साथ निर्माणाधीन विंध्य कॉरिडोर का निरीक्षण किया। न्यू वीआईपी, पुरानी वीआईपी, पक्का घाट मार्ग के किनारे फुटपाथ व नालियों पर अतिक्रमण देख स्थानीय दुकानदारों पर नाराजगी जताई और तत्काल अतिक्रमण हटाने को कहा। साथ ही दुकानदारों को चेतावनी दी कि फुटपाथ व नालियों पर अतिक्रमण पर संबंधित के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी, जुर्माना भी लगाया जाएगा। दुकानों के सामने गंदगी देख चालान करने की भी हिदायत दी। वहीं जिलाधिकारी ने न्यू वीआईपी मार्ग पर बीच-बीच में लगे पुराने बिजली के खंभे को तत्काल हटवाने का निर्देश अधिशासी अभियंता विद्युत को दिया।
कार्यदायी संस्था से प्रत्येक दिन की कार्य प्रगति की मांगी जानकारी
जिलाधिकारी ने मां विंध्यवासिनी मंदिर से पूर्व पूरब दिशा में इंट्रेस प्लाजा का कार्य एवं कोतवाली मार्ग की तरफ से आने पर इंट्रेस प्लाजा के मुख्य गेट के कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। पक्का घाट मार्ग पर नालियों पर पत्थर बिछाने का कार्य एक फरवरी तक और विंध्यवासिनी मंदिर के चारों तरफ परिक्रमा पथ की सीढ़ियों पर रेलिंग का कार्य 10 फरवरी तक पूर्ण करने का निर्देश दिया। कहा कि तीन फरवरी तक हवन कुंड बनाने के साथ उसके ऊपर विंडो में जाली लगाने का कार्य छह फरवरी तक हो जाना चाहिए। साथ ही कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक विरेंद्र कुमार से प्रत्येक दिन की कार्य प्रगति की जानकारी मांगी।
भक्ति-भावना के साथ दिन-रात काम में जुटे हैं विभिन्न प्रांत के कारीगर
विंध्य काॅरिडोर के माडल को गढ़ने के साथ मुख्यमंत्री के सपनों को पूरा करने के लिए देश के विभिन्न प्रांत के कुशल कारीगर भक्ति-भावना के साथ दिन-रात काम कर रहे हैं। कुल 300 कारीगर विंध्यवासिनी धाम को भव्य रूप देने में जुटे हैं।
आस्था के सम्मान के साथ सफल भक्ति का अहसास कराएगा विंध्य कॉरिडोर
पहले तो गलियां, दुकानें और मंदिर ही दिखा करती थीं, लेकिन अब भव्य मां विंध्यवासिनी मंदिर के साथ 50 फीट चौड़ा दो मंजिला परिक्रमा, 50 फीट चौड़ी सड़कें-गलियां व आकर्षक कला-संस्कृति की झलक भी देखने को मिलेगी। वहीं भव्य-दिव्य विंध्य काॅरिडोर आस्था के सम्मान के साथ सफल भक्ति का अहसास कराएगा।