इन दिनों बरसात का मौसम (Monsoon Season) चल रहा है, और पूरे देश में भारी वर्षा (Heavy Rainfall) हो रही है। आपने देखा होगा कि जो जमीन सालभर खाली और सूखी (Dry Land) पड़ी रहती है, वहां बारिश के बाद हरी घास (Green Grass) उग आती है। यह एक प्राकृतिक चमत्कार (Natural Wonder) से कम नहीं है।
बारिश के बाद उग आती है हरी घास
खेतों और पार्कों में बारिश के बाद घास का उगना वानस्पतिक प्रसार (Botanical Propagation) का एक उदाहरण है। वर्षा का जल (Rain Water) सूखे घास के तनों पर मौजूद निष्क्रिय कलियों (Dormant Buds) को सक्रिय कर देता है, जिससे नई हरी घास के पौधे उगते हैं।
बारिश के बाद घास का हरा दिखना
जब बारिश होती है तो घास पहले से अधिक हरी (Greener) दिखाई देती है। इसका कारण है मिट्टी में नाइट्रोजन (Nitrogen) की मात्रा में वृद्धि। उत्तरी कैरोलिना के यूएसडीए फॉरेस्ट सर्विस की एक शोध में इसकी पुष्टि हुई है।
नाइट्रोजन: घास के हरे होने का रहस्य
बारिश के पानी के साथ नाइट्रोजन मिट्टी में मिलकर घास को हरा-भरा करती है। इससे न केवल घास के पौधे (Grass Plants) बढ़ते हैं, बल्कि उनकी जड़ों की मृत्यु और पुनर्जन्म (Regeneration) की प्रक्रिया भी सक्रिय होती है, जो मिट्टी को समृद्ध (Enriches the Soil) बनाती है।
बारिश और उसके विभिन्न प्रभाव
बारिश का प्रभाव कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि आप कहां रहते हैं, बारिश की मात्रा और उसका स्रोत। नोएप के अनुसार, बारिश के बाद घास में नाइट्रोजन की मात्रा में वृद्धि विभिन्न स्थानों पर भिन्न होती है।
प्रकृति के चमत्कार और उसकी समझ
बारिश और उसके बाद उगने वाली हरी घास प्रकृति के अद्भुत चमत्कारों (Miracles) में से एक है। यह हमें दिखाता है कि प्रकृति कैसे जीवन और सौंदर्य (Life and Beauty) को बार-बार पुनर्जीवित करती है। इसलिए, जब भी हम बारिश के बाद हरी-भरी घास को देखें, तो इसे प्रकृति के प्रति हमारी समझ और सम्मान (Respect) के रूप में लें।