मेरठ, 01 फरवरी (हि.स.)। भावनपुर थाना क्षेत्र के अब्दुल्लापुर गांव में नगर निगम की प्रवर्तन टीम ने गुरुवार को तालाब को कब्जामुक्त करने के लिए दरगाह की दीवार तोड़ डाली। इससे आक्रोशित हुए शिया समाज के लोगों ने जमकर हंगामा किया। नगर निगम और पुलिस के अधिकारियों ने पहुंच कर लोगों को शांत किया।
अब्दुल्लापुर गांव में गुरुवार को नगर निगम की प्रवर्तन दल की टीम ने तालाब को कब्जामुक्त करने के लिए अभियान चलाया। अभियान के दौरान प्रवर्तन टीम ने बुलडोजर से इमाम हुसैन की दरगाह की दीवार तोड़ दी। इसकी जानकारी मिलते ही शिया समाज के लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया और बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए लोगों ने जमकर हंगामा किया। आक्रोशित लोगों ने प्रवर्तन टीम को दौड़ा लिया और टीम के साथ धक्कामुक्की की। टीम के साथ गई पुलिस टीम ने लोगों को शांत किया। मामले की जानकारी मिलने पर अपर नगर आयुक्त ममता मालवीय एवं सहायक नगर आयुक्त शरद पाल मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लेते हुए लोगों को समझाने का प्रयास किया।
लोगों ने आरोप लगाया कि दरगाह के आसपास हजारों वर्ग मीटर जमीन पर लोगों ने कब्जा कर लिया है, जिसे नगर निगम हटाने को तैयार नहीं है। नगर निगम के अधिकारियों और ठेकेदार की सांठगांठ से तालाब मानक के विपरीत 15 फीट गहरा खोदकर खनन शुरू कर दिया गया था। इतना ही नहीं मिट्टी खनन माफिया को बेच दी गई। लोगों ने इसकी शिकायत जब जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री से की तो मिट्टी खरीदकर तालाब का भराव शुरू किया गया है। अब्दुल्लापुर के पार्षद गंगा प्रसाद का कहना है कि खुदाई के बाद अब उसका भराव क्यों कराया जा रहा है। इसकी गंभीरता से जांच होनी चाहिए। नगर निगम के अधिकारियों ने लोगों को जांच कराने का आश्वासन दिया।