प्रयागराज, 30 जनवरी (हि.स.)। महापौर गणेश केसरवानी ने बसवार कूड़ा प्लांट का पार्षदों एवं सम्बंधित अधिकारियों के साथ मंगलवार को औचक निरीक्षण किया। अधिकारियों को निर्देशित किया कि 6 महीने के अंदर पूरे कूड़े का निस्तारण सुनिश्चित करें और इस संसाधन में कोई भी आवश्यकता होगी तो नगर निगम द्वारा पूर्ण कराया जाएगा।
इसके साथ महापौर ने फर्म के प्रतिनिधि को निर्देश दिया कि सम्पूर्ण प्लान्ट में कीटनाशक का छिड़काव किया जाए तथा ऐसी कार्य योजना बनाएं कि उक्त प्लान्ट 6 माह के अन्दर कूड़ा मुक्त कर दिया जाए। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए। उन्होंने कहा कि हरी भरी के कार्यालय एरिया, जो पूर्व में काफी सुन्दर था, वर्तमान में काफी दयनीय अवस्था में है। उसे तत्काल ठीक कराया जाये। कई वर्षों से यहां पड़े विशाल कूड़े की विरासत को अब समाप्त किया जाएगा।
निरीक्षण के दौरान पूरे प्लान्ट में 05 लाख टन कूड़ा डम्प पाया गया। पूरा प्लान्ट गन्दगी से पटा हुआ था। उपस्थित क्षेत्रीय पार्षद ने बताया कि 05 किमी की रेंज व आसपास क्षेत्र में काफी बदबू रहती है। सम्बन्धित फर्म द्वारा दवाओं का छिड़काव नहीं किया जाता है। पर्यावरण अभियन्ता ने बताया कि प्लान्ट 400 टन कूड़ा प्रतिदिन की डम्पिंग हेतु डिजाइन किया गया था और वर्तमान में 650 से 700 टन कूड़ा प्रतिदिन प्लान्ट पर आ रहा है। सम्बंधित फर्म हरी भरी द्वारा सुचारू रूप से कार्य न किये जाने के कारण आज कूड़े का इतना ढेर नजर आ रहा है। जिसकी मानिटरिंग वर्तमान में नगर निगम द्वारा स्वयं अपने 4 व्यक्तियों की देख-रेख में कराया जा रहा है। इसके अतिरिक्त 19,000 स्क्वायर मीटर में नये विण्डो पैड का निर्माण कार्य प्रारम्भ किया गया है तथा 7600 स्क्वायर मीटर में मानसून सेट का निर्माण किया जा रहा है। जिस पर नई फर्म इको स्टैण्ड द्वारा किया जायेगा।
प्लान्ट के निरीक्षण में पाया गया कि प्लास्टिक से डीजल बनाने का काम बंद था। बताया गया कि उचित प्लास्टिक न मिलने के कारण उक्त कार्य काफी दिनों से बन्द है। महापौर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी सम्बन्धित अधिकारियों एवं फर्म के प्रतिनिधि को निर्देश दिया कि सम्पूर्ण प्लान्ट में कीटनाशक का छिड़काव किया जाय तथा ऐसी कार्य योजना बनाए कि उक्त प्लान्ट 6 माह के अन्दर कूड़ा मुक्त कर दिया जाए। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए। निरीक्षण के दौरान संजय कुमार, रणविजय सिंह, गुल फिरोज, पार्षदगण, पर्यावरण अभियन्ता उत्तम वर्मा, दिग्विजय सिंह, अभय श्रीवास्तव प्रतिनिधि हरी भरी प्रा.लि. व अन्य नागरिकगण उपस्थित रहे।