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मेरठ में तेज हुआ आरआरटीएस और मेरठ मेट्रो निर्माण कार्य

मेरठ, 30 जनवरी (हि.स.)। 82 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर मेरठ सेक्शन में आरआरटीएस और मेरठ मेट्रो का निर्माण कार्य प्रगति पर है। यहां वायडक्ट निर्माण में तेजी के लिए एनसीआरटीसी ने 10 तारिणी (लॉन्चिंग गैंट्री) स्थापित की है और इनके अतिरिक्त और 2 तारिणी स्थापित की जाने वाली हैं। मेरठ में विश्वस्तरीय परिवहन व्यवस्था लागू करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।

आरआरटीएस अधिकारियों के अनुसार, मेरठ सेक्शन में मेरठ साउथ आरआरटीएस स्टेशन से मोदीपुरम डिपो तक कॉरिडोर की लंबाई 23 किलोमीटर है, जिसमें से 18 किलोमीटर का हिस्सा एलिवेटेड है, जबकि बाकी हिस्सा अंडरग्राउंड है। यहां वर्तमान में 18 किलोमीटर के एलिवेटेड सेक्शन में से 11 किलोमीटर में वायडक्ट निर्माण पहले ही पूर्ण किया जा चुका है और अब बाकी सात किलोमीटर के हिस्से में वायडक्ट निर्माण तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है।

एनसीआरटीसी वायडक्ट निर्माण के लिए प्री-कास्ट सेगमेंट्स का प्रयोग कर रही है, जिन्हें तारिणी की मदद से लॉन्च करके वायडक्ट निर्माण किया जा रहा है। वायडक्ट निर्माण के लिए कॉरिडोर पर 34 मीटर की दूरी पर पिलर्स बनाए गए हैं और लगभग 34 मीटर से अधिक की दूरी वाली जगहों पर वायडक्ट निर्माण हेतु स्पेशल स्टील स्पैन स्थापित किए जाते हैं।

मेरठ में लोगों की सुविधा के लिए यहां आरआरटीएस के चार और मेरठ मेट्रो के लिए 13 स्टेशनों का निर्माण किया जा रहा है और ये सभी स्टेशन जल्द अपने वास्तविक स्वरूप में दिखाई देंगे। इनमें मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, बेगमपुल (अंडरग्राउंड) और मोदीपुरम आरआरटीएस स्टेशन होंगे, जिनपर आरआरटीएस और मेरठ मेट्रो दोनों सेवाएं उपलब्ध होंगी। वहीं परतापुर, रिठानी, ब्रह्मपुरी, मेरठ सेंट्रल (अंडरग्राउंड), भैंसाली (अंडरग्राउंड), एमईएस कॉलोनी, डौरली, मेरठ नॉर्थ और मोदीपुरम डिपो मेरठ मेट्रो स्टेशन होंगे, जिन पर तीन कोच वाली मेरठ मेट्रो की ही सेवाएं उपलब्ध होंगी। जो मेरठ की परिधि में यात्रियों के आवागमन को सुविधाजनक बनाएंगी। मेरठ में आरआरटीएस के मूल आधारभूत ढांचे पर ही मेरठ मेट्रो ट्रेन सेवाएं भी संचालित होंगी। मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी और शताब्दी नगर स्टेशनों में सिविल निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और वर्तमान में यहां फिनिशिंग का कार्य प्रगति पर है। इसके साथ इन एलिवेटेड स्टेशनों में प्री-फेब्रिकटेड छत निर्माण का कार्य भी आरंभ हो गया है। मेरठ के अंडरग्राउंड स्टेशनों में निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और यहां ट्रैक बिछाने की गतिविधियां भी आरंभ हो चुकी हैं।

उल्लेखनीय है कि मेरठ के तीनों अंडरग्राउंड स्टेशनों को आपस में जोड़ने के लिए टनल का निर्माण पहले ही पूर्ण किया जा चुका है और वर्तमान में इन टनल में ट्रैक बिछाने का कार्य प्रगति पर है।

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