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यूपीऑर्थोकॉन के 48वें सम्मेलन में चिकित्सकों ने आर्थोपेडिक की दी जानकारी

प्रयागराज, 02 फरवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के 48वें वार्षिक सम्मेलन यूपीओर्थोकॉन-2024 का उद्घाटन शुक्रवार शाम मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल (सेवानिवृत्त) ने किया। प्रख्यात चिकित्सकों ने अपने-अपने विचार साझा किये। यूपीओए के 4 प्रतिष्ठित सदस्यों को लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार दिया गया।

इस अवसर पर यूपीओए के सचिव डॉ. संतोष सिंह ने एसोसिएशन की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। विभिन्न प्रतिभागियों के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया। आयोजन अध्यक्ष प्रो. डॉ. डी.सी श्रीवास्तव ने कहा कि यह सम्मेलन आर्थोपेडिक के क्षेत्र में और अधिक उन्नत शोधों की खोज में मदद करेगा। आयोजन सचिव डॉ. मनीषि बंसल ने तीन दिवसीय सम्मेलन के बारे में विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की।

कार्यक्रम में पद्मश्री डॉ. बी.के.एस. संजय ने व्यवहार ज्ञान और कौशल ही सफलता की कुंजी है विषय पर भाषण दिया। इंग्लैंड के डॉ. कपिल कुमार ने नैदानिक मूल्यांकन और कंधे की जांच पर अपना व्याख्यान दिया। डॉ. विपुल अग्रवाल ने फीमर की गर्दन के फ्रैक्चर के इलाज के लिए बीडीएसएफ तकनीक के उपयोग पर बहुत उत्साहजनक परिणाम दिए।

डॉ. सदानंद चंद कौशिक ने पोस्ट ट्रॉमैटिक कोहनी अस्थिरता पर, डॉ. शाह वलीउल्लाह ने रजोनिवृत्ति के बाद के ऑस्टियोपोरोसिस के उपचार के लिए भविष्य के लक्ष्य साइटोकिन पर चर्चा की। इसी तरह डॉ धीरेंद्र सिंह, डॉ अशोक विज, डॉ उमेश चक्रवर्ती, डॉ विनोद कुमार, डॉ विकास कपूर, डॉ अमित जायसवाल, डॉ आमिर बिन साबिर, डॉ स्वरूप पटेल, डॉ विनोद कुमार, डॉ एससी गोयल, डॉ आरसी मीना ने भी अपने अनुभव साझा किये।

इस सम्मेलन में देश भर और किसी न किसी रूप में विदेशों से 1000 से अधिक चिकित्सकों ने भाग लिया और अपने अनुभव साझा किये और अपने छात्र दिनों की यादें भी ताजा की। इस अवसर पर डॉ.अनूप अग्रवाल, अध्यक्ष यूपीओए, डॉ. राम चड्ढा, अध्यक्ष इंडियन ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन, नई दिल्ली सम्मानित अतिथि और प्रोफेसर डॉ. एसपी सिंह प्राचार्य एमएलएन मेडिकल कॉलेज और प्रोफेसर डॉ. एएन वर्मा सम्मेलन संरक्षक विशेष अतिथि थे।

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