पटना (ईएमएस)। भोजपुरी गायक और अभिनेता पवन सिंह को बीजेपी ने पश्चिम बंगाल के आसनसोल से उम्मीदवार बनाने का फैसला लिया था, लेकिन पवन वहां से बीजेपी की टिकट पर चुनाव नहीं लड़कर बिहार के काराकाट सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उतरा है। ऐसे में एनडीए और महागठबंधन दोनों के लिए मुश्किल बढ़ गई है। काराकाट से एनडीए खेमे से राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को प्रत्याशी बनाया गया है। इसके साथ ही यहां निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में भोजपुरी इंडस्ट्री के पावर स्टार पवन सिंह ने भी ताल ठोंक दी है।
पवन सिंह के काराकाट से निर्दलीय चुनाव लड़ने पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मैं किसी व्यक्ति विशेष पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं। काराकाट की जनता को मालूम है कि उन्हें क्या करना है। जनता जानती है कि पीएम मोदी का हाथ उपेंद्र कुशवाहा के ऊपर है। इधर भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव को लेकर अपना संकल्प पत्र भी जारी कर दिया है। इस पर भी उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जो कहते हैं वह करते हैं। मोदी की गारंटी को देश ने देखा है। वहीं उन्होंने राजद के घोषणा पत्र पर तंज कसते हुए कहा कि 23 सीट पर चुनाव लड़ने वाली पार्टी पूरे देश के लिए घोषणा पत्र कैसे जारी कर सकती है। काराकाट लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है। यहां एक तरफ तो एनडीए खेमे से राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा मैदान में हैं तो वहीं दूसरी तरफ सीपीआई-एमएल के राज राम सिंह कुशवाहा। अब यहां मुकाबला अब त्रिकोणीय हो गया है।