टैटू का चलन (Trend of Tattoos) सदियों पुराना है, लेकिन उस समय इसका उपयोग शरीर पर खास तरह के निशान (Marks) बनाने के लिए होता था। आज, लोग फैशन (Fashion) के रूप में शरीर के विभिन्न हिस्सों पर टैटू बनवाते हैं। कुछ लोग तो अपने पूरे शरीर पर टैटू बनवा कर घूमते हैं।
टैटू का इतिहास गहरा और जटिल है, जो समय के साथ बदलता रहा है। आज, टैटू फैशन का हिस्सा बन चुका है और लोग इसे अपनी पसंद और शैली (Style) के अनुसार बनवाते हैं। हालांकि, इसके पीछे की प्रक्रिया और इससे जुड़े दर्द की धारणा व्यक्ति के अनुभव पर निर्भर करती है। टैटू एक कला (Art) है जो व्यक्ति की पहचान और उसके अंतर्मन को दर्शाती है।
टैटू बनवाने में दर्द का सवाल (The Question of Pain in Getting Tattoos)
टैटू बनवाने में दर्द (Pain) होता है, और यह दर्द हमारी तंत्रिकाओं (Nerves) के कारण होता है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, शरीर के उन हिस्सों में जहां चर्बी कम और तंत्रिकाएं अधिक होती हैं, जैसे कि पांव, टखने (Ankles), आर्म पिट्स, कंधे और पसलियों के पास, वहां टैटू बनवाना सबसे अधिक दर्दनाक होता है।
हर व्यक्ति के लिए दर्द का पैमाना अलग (Different Pain Threshold for Each Individual)
हर व्यक्ति के लिए दर्द का पैमाना (Pain Threshold) अलग-अलग होता है। कुछ लोग दर्द को अधिक बर्दाश्त (Tolerate) कर लेते हैं, जबकि कुछ के लिए सुई की चुभन (Needle Prick) भी असहनीय होती है।
दुनिया का सबसे पुराना टैटू (The World’s Oldest Tattoo)
दुनिया का सबसे पुराना टैटू उत्जी (Otzi) के शरीर पर पाया गया, जिसे हम हिम मानव (Ice Man) के नाम से जानते हैं। इस ममी को इटली (Italy) के पास पाया गया था और इसकी आयु लगभग 5 हजार वर्ष पुरानी थी। इसके शरीर पर पाए गए टैटू को कुछ वैज्ञानिक इलाज (Treatment) के लिए इस्तेमाल किए गए एक्यूपंक्चर ट्रीटमेंट (Acupuncture Treatment) के निशान मानते हैं।