औरैया, 16 फरवरी (हि.स.)। समाधान पुरवा स्थित मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के ट्रेनिंग सेंटर में शुक्रवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील कुमार वर्मा की अध्यक्षता में ई-कवच एप्लीकेशन पर सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधियों का एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में उत्तर प्रदेश तकनीकी सहयोग इकाई (यूपीटीएसयू) के सहयोग से आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण में नियमित टीकाकरण, प्रसव पूर्व व पश्चात देखभाल, परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण रजिस्टर पर विस्तार से जानकारी दी गई।
इस अवसर पर सीएमओ ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के लिए ई कवच एप्लीकेशन बेहतर भूमिका निभा रहा है। वर्तमान में राज्य स्तर से ई-कवच पोर्टल के डाटा के आधार पर कार्यक्रम की उपलब्धि की समीक्षा नियमित रूप से की जा रही है। ई-कवच पोर्टल पर स्वास्थ्य सूचनाओं को अपडेट कराना राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है।
उन्होंने कहा कि ई-कवच से एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं के कार्यों की प्रगति को देखा जा सकता है। इस एप्लीकेशन के जरिए महिलाओं और बच्चों की सेहत की सटीक जानकारी भी मिल सकेगी। बच्चों व महिलाओं को कौन सा टीका लगा है और कौन सा बाकी है, इसकी जानकारी भी मिल सकेगी। इससे समुदाय स्तर पर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं देने में मदद मिलेगी। परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण में भी परिवार के मुखिया समेत सभी सदस्यों की स्वास्थ्य जानकारी सटीक रूप से अंकित करें।
सीएमओ ने प्रतिनिधियों को बताया कि फील्ड विजिट के दौरान एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं को इस एप्लीकेशन में सहयोग प्रदान करें, जिससे ई-कवच एप्लीकेशन पर समय पर संपूर्ण जानकारी दर्ज हो सके।
नोडल अधिकारी व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. राकेश सिंह ने कहा कि सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधियों द्वारा किए गए सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के फीडबैक से ज्ञात हुआ है कि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को ई-कवच पोर्टल पर लाभार्थियों को सर्च करने एवं सूचनाओं को अंकित करने में कठिनाईयां आती हैं। इस संबंध में सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के द्वारा नियमित रूप से स्वास्थ्य कार्यक्रमों का सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के दौरान एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं को ई-कवच पोर्टल पर आ रही कठिनाईयों को दूर कराने में प्रदान किया जाने वाला सहयोग महत्वपूर्ण है।
इस दौरान यूपीटीएसयू के राज्य स्तरीय प्रतिनिधि मनीष कलवानिया, डीएससीओ मोहम्मद शरीफ़ ने करीब 20 प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण दिया। इस मौके डीपीएम व डीसीपीएम सहित डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, यूएनडीपी समेत अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।