Bangladeshi in Vande Bharat Train: गणतंत्र दिवस पर कटरा से नई दिल्ली जाने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस में बिना टिकट तीन बांग्लादेशियों पकड़े गये। तीनों ने इंटेलिजेंस ब्यूरो, जीआरपी और सीआईडी की सांसें फुला दी। चूंकि इन तीनों के पास पासपोर्ट तो था लेकिन वीजा यह मौके पर नहीं दिखा पाए। इसी कारण मामले ने तूल पकड़ा।
मामला सुरक्षा से जुड़ा देख टीटीई ने इस बात की सूचना अंबाला रेलवे स्टेशन पर जीआरपी को दी। जीआरपी ने भी मामला संदिग्ध देख आईबी को सूचना दे दी। इस तरह तमाम सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई। बांग्लादेशियों से पूछताछ में पता चला कि तीनों मल्टीपर्पज वीजा पर भारत में घूमने आए थे। लेकिन जम्मू में आने के बाद उनके पास रुपये खत्म हो गए और श्रीनगर-जम्मू घूमने के बाद तीनों को दिल्ली जाना था। इसीलिए वह जम्मूतवी एक्सप्रेस में सवार हो गए। लेकिन टिकट और रुपये नहीं होने के कारण उन्हें लुधियाना ही उतार दिया गया।
बांग्लादेश एम्बेसी से जुटाई तीनों की जानकारी
लुधियाना से तीनों 22478 वंदे भारत एक्सप्रेस में नई दिल्ली के लिए सवार हुए। टीटीई ने जब टिकट मांगी तो वह दिखा नहीं सके। बांग्लादेशी होने के कारण अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन पर उन्हें पूछताछ के लिए जीआरपी अपने साथ ले गई। जहां से आईबी ने बांग्लादेश एम्बेसी से तीनों की जानकारी जुटाई और पुष्टि के बाद तीनों को क्लीन चिट दे दी।
ऑनलाइन भरवाया जुर्माना
तीनों की पहचान मोहम्मद मेंहदी हसन, अल अमीन और राजू मियां के तौर पर हुई। करीब 7500 रुपये बिना टिकट ट्रेन में यात्रा करने का जुर्माना गूगल पे द्वारा भरवाने और तमाम औपचारिकताएं पूरी करने के बाद गणतंत्र दिवस की शाम करीब साढ़े पांच बजे तीनों को जाने दिया गया। इस दौरान आईबी के डीएसपी रैंक के अधिकारी, इंस्पेक्टर के साथ- साथ आर्मी व आर्मी इंटेलिजेंस भी स्टेशन पर पहुंचे थे।
कोलकाता में ट्रैवलिंग एजेंट के पास छोड़ आए थे वीजा
तीनों ने पूछताछ में बताया था कि वह 19 जनवरी को सड़क मार्ग से भारत में पहुंचे थे। कोलकाता से 19 जनवरी को सियालदह एक्सप्रेस में सवार हुए और 21 जनवरी को जम्मू पहुंचे। फिर वो जम्मू से श्रीनगर गए। इसके बाद 25 जनवरी को जम्मूतवी एक्सप्रेस में लुधियाना तक पहुंचे थे। लेकिन लुधियाना से तीनों को बिना टिकट होने के कारण ट्रेन से उतार दिया गया था।
बिना टिकट वंदेभारत एक्सप्रेस में हुए सवार
इसके बाद 26 को तीनों फिर से बिना टिकट वंदेभारत में सवार हो गए थे जिन्हें अंबाला छावनी में उतार लिया गया। जहां तीनों ने बताया कि वह कोलकाता में ट्रैवलिंग एजेंट के पास ही अपना वीजा भूल आए हैं। छानबीन में तीनों की बात सही पाई गई। तीनों का मई अप्रैल तक वैद्य है।
जीआरपी इंस्पेक्टर धर्मबीर ने कहा कि तीनों के पास पासपोर्ट और वीजा था। तमाम औपचारिकताएं पूरी करने और बिना टिकट ट्रेन में यात्रा का जुर्माना भरवाने के बाद तीनों को दिल्ली ट्रेन में बैठाकर भेज दिया गया।