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शिक्षकों को शिक्षण एवं शैक्षणिक क्षेत्र की नवीन प्रविधियों को जानना आवश्यक : विनय कुमार सिंह

झांसी, 27 जनवरी(हि.स.)। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के शिक्षा संस्थान एवं टेक्नोलॉजी इनेबल केंद्र द्वारा दो साप्ताहिक क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि एवं कुल सचिव विनय कुमार सिंह ने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में लगातार शिक्षक एवं शैक्षणिक प्रदर्शन में नवीन परिवर्तन होते रहते हैं। वर्तमान में शिक्षा प्रदान कर रहे शिक्षकों के लिए आवश्यक है कि वह इन नई प्रविधियों को सीख कर छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान कर सकें।

इसके लिए इस प्रकार के क्षमता निर्माण कार्यक्रम महत्वपूर्ण है वह भी विशेष कर युवा शिक्षकों के लिए। एकेडमिक दिन प्रोफेसर एसपी सिंह ने कहा कि उच्च शिक्षा में शोध का अपना अलग महत्व है। वैश्विक स्तर पर लगातार हो रहे शोध, शोध प्रणालियों एवं उनके निष्कर्ष के बारे में लगातार जागरूक रहना चाहिए। क्षमता निर्माण कार्यक्रम में सहभागी शिक्षकों एवं शोधार्थियों ने निश्चित ही विषय विशेषज्ञों से महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त की होगी। कला संकाय अध्यक्ष प्रो मुन्ना तिवारी ने क्षमता निर्माण कार्यक्रम में सहभागिता करने वाले सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं प्रदान की।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय निरंतर इस प्रकार के प्रयास करता रहता है कि छात्र एवं शिक्षकों दोनों का विकास हो सके। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। क्षमता निर्माण कार्यक्रम का संचालन कोर्स कोऑर्डिनेटर डॉ काव्या दुबे द्वारा किया गया। स्वागत उद्बोधन आयोजन सचिव डॉ शंभू नाथ सिंह ने एवं आभार सह पाठ्यक्रम समन्वयक डॉक्टर सुनील त्रिवेदी ने दिया।

क्षमता निर्माण कार्यक्रम भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद द्वारा प्रायोजित था। इसमें देश के विभिन्न राज्यों से आए फैकल्टी मैंबर द्वारा प्रतिभाग किया गया। प्रमुख रूप से, उ.प्र.,म.प्र., बिहार, दिल्ली, महाराष्ट्र आदि राज्यों से आए प्रतिभागियों हिस्सा लिया। विभिन्न शिक्षण संस्थानों से पधारे विषय विशेषज्ञों में प्रो विनीत कुमार, प्रो विजय कुमार वर्मा, प्रो एस एस कुशवाहा, प्रो एस पी गुप्ता, प्रो अमित आहूजा, डाॅ अंकिता, डाॅ किरनलता डांगवाल, प्रो कौशल किशोर, प्रो एस एस त्यागी, प्रो गौरव राव, प्रो सिरीष पाल ने छात्रों को नवीन प्रणालियों, विषयों, शोध प्रविधियों पर देश के अनेक विश्वविद्यालय के विषय विशेषज्ञों द्वारा जानकारी प्रदान की।

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