फतेहपुर, 27 जनवरी (हि.स.)। जिले में शनिवार को मलवां विकास खंड के गंगा कछार के दरियापुर मजरे अभयपुर गाँव में उपकृषि निदेशक राममिलन सिंह परिहार के निर्देशानुसार नमामि गंगे परियोजना के तहत कृषि विभाग की सर्विस प्रोवाइडर ईश एग्रीटेक प्रा.लि.इंदौर, मध्य प्रदेश द्वारा जैविक किसान मेला का आयोजन किया। किसान मेले में कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को फसल के उचित पोषण और दाने व फल के स्वास्थ्य के लिए जीवामृत के उपयोग की जानकारी दी।
कृषि विज्ञान केंद्र थरियाव के पशु वैज्ञानिक डा.संजय कुमार पांडेय ने दुगुनी आय के लिए खेती के साथ किसान पशुपालन करने को सलाह देते हुए कहा कि प्रकृतिक खेती के लिए गौ, गोबर व गौमूत्र की बहुत उपयोगी है। उन्होंने कहा कि गोबर की खाद के लिए गड्डा खोद के संग्रहित करें, सड़क किनारे न डाले, पशुओं को दूध निकालने के लिए आक्सिटोक्सिन का उपयोग न करे, इससे पशु बाँझ हो रहे है। सेवानिवृत कृषि वैज्ञानिक डा.शिवमंगल सिंह, प्रगतिशील किसान रमाकांत त्रिपाठी, प्राकृतिक खेती के मास्टर ट्रेनर वीरेंद्र यादव ने भी किसानो को उपयोगी जानकारी दी। कृषि गोष्ठी का सफल संचालन आलोक गौड़ ने किया।अध्यक्षता ग्राम प्रधान रामदास निषाद ने किया।
इस मौके पर तकनीकी सहायक पंकज शिवहरे, शिवसागर सिंह, प्रोजेक्ट क्वार्डिनेटर जितेंद्र सिंह, अनिल मिश्र, गलाथा ग्राम प्रधान देवेन्द्र कुमार सिंह तमाम क्षेत्रीय लोग मौजूद रहे।