आगामी दिनों में, पश्चिमी हिमालय (Western Himalayas) क्षेत्र पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के प्रभाव के तहत आने वाला है। यह विक्षोभ 28 जनवरी से प्रारंभ होकर 31 जनवरी तक इस क्षेत्र और उत्तर पश्चिम भारत (North-West India) के मैदानी इलाकों में असर डाल सकता है।
पश्चिमी विक्षोभ के इस नए चरण के कारण उत्तर पश्चिम भारत और मैदानी इलाकों में मौसम में बदलाव की संभावना है। इससे बारिश और बर्फबारी के साथ-साथ तापमान में भी परिवर्तन हो सकता है, जो इन क्षेत्रों के निवासियों और यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण है।
बारिश और बर्फबारी की संभावना
इस पश्चिमी विक्षोभ के चलते, अगले 2 दिनों में देश के कुछ हिस्सों में बारिश (Rain) और बर्फबारी (Snowfall) होने की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग (IMD – Indian Meteorological Department) के अनुसार, जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना है।
मैदानी इलाकों में ठंड से राहत
IMD के अनुसार, मैदानी इलाकों में अब कड़ाके की ठंड (Severe Cold) से राहत मिलने की संभावना है। न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature) में वृद्धि हो सकती है।
तापमान में वृद्धि की संभावना
मध्य और पूर्वी भारत, साथ ही पश्चिम भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होने की संभावना है। हालांकि, इसके बाद 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है।
कोहरे की संभावना
पंजाब, हरियाणा और पूर्वी उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में शीत लहर (Cold Wave) और घने कोहरे (Dense Fog) की संभावना व्यक्त की गई है। उत्तर पश्चिम भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है।