फिल्मों में आपने देखा होगा कि जब एक जहाज (Ship) समुद्र (Sea) के बीच से गुजर रहा होता है, तो कुछ समुद्री लुटेरे (Pirates) मोटर बोट पर बैठकर आते हैं और जहाज को लूट लेते हैं। समुद्री लुटेरों की आंखों पर लगा एक पैच (Eye Patch) उनके पहनावे की एक खास विशेषता होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं इस पैच के पीछे का विज्ञान (Science)?
समुद्री डाकू और उनके पैच का रहस्य
समुद्री डाकुओं का एक आंख पर पट्टी बांधने के पीछे की वजह यह है कि वे अंधेरे (Darkness) में बेहतर देख पाने के लिए ऐसा करते थे। उन्हें अंधेरे और प्रकाश (Light) में सक्रिय रहना होता था, और ऐसे में उन्हें अक्सर जहाज के अंदर और बाहर के विभिन्न वातावरणों (Environments) में जल्दी एडजस्ट (Adjust) करना पड़ता था।
आंखों का समायोजन और पट्टी का महत्व
जब आंखें तेज प्रकाश से अंधेरे में जाती हैं, तो उन्हें ठीक से समायोजित होने में काफी समय (Time) लगता है, जिसे एक्लिमेटाइजेशन (Acclimatization) कहा जाता है। माना जाता है कि इसमें तकरीबन 25 मिनट लगते हैं।
समुद्री डाकू इस समय को कम करने के लिए एक आंख पर पट्टी बांधे रहते थे, जिससे कि जब वे अंधेरे में जाएं तो उस आंख को खोलकर तुरंत अंधेरे में देख सकें।
पैच के पीछे का विज्ञान और डाकुओं की सूझबूझ
इस विज्ञान की मदद से समुद्री डाकू अंधेरे और रोशनी के बीच जल्दी एडजस्ट हो जाते थे। पहले यह माना जाता था कि लुटेरे घायल आंख (Injured Eye) को ढकने के लिए पैच का इस्तेमाल करते थे।
लेकिन वास्तविकता में यह डार्क और लाइट के बीच अपनी आंखों को जल्दी एडजस्ट करने के लिए किया जाता था। यह तरीका उन्हें जहाजों पर जल्दी और कुशलता से (Efficiently) ऑपरेट करने में मदद करता था।