वाराणसी, 29 जनवरी(हि.स.)। फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जनपद में 10 फरवरी से घर-घर जाकर स्वास्थ्य कर्मी आमजन को फाइलेरिया रोग से बचाव की दवा का सेवन कराएंगे। यह ट्रिपल ड्रग थेरेपी आईडीए (आइवेर्मेक्टिन, डीईसी व एल्बेण्डाज़ोल) अभियान 28 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान विद्यालयों में फाइलेरिया रोग से बचाव के प्रति जन जागरूकता के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
इस अभियान को लेकर सोमवार को चोलापुर खंड शिक्षा अधिकारी बृजेश राय ने कार्यालय सभागार में प्रधानाचार्यो के साथ बैठक की। उन्होंने सभी प्रधानाध्यापक को निर्देशित किया कि फाइलेरिया से बचाव के लिए बच्चों को जागरूक किया जाए। इसके लिए सुबह की प्रार्थना सभा में शपथ दिलाई जाए। प्रत्येक कक्षा के बोर्ड पर फाइलेरिया आईडीए अभियान की तिथि लिखने के साथ प्रत्येक कक्षा में फाइलेरिया का एक सत्र चलाया जाए जिसमें फाइलेरिया क्या है, इसके क्या लक्षण हैं, बचाव क्या है, रोग प्रबंधन क्या है आदि के बारे में बच्चों को विस्तार से बताया जाए । जिससे वह घर व आसपास के लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक कर सकें। स्कूलों में रैली, निबंध प्रतियोगिता, चित्रलेखन, आदि गतिविधियों का आयोजन किया जाए। साथ ही अभिभावक संग बैठकों में बच्चों के माता-पिता को भी फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन करने व अन्य लोगों को सेवन करने के बारे में जागरूक किया जाए।
बैठक में प्रधानाचार्य सुरेश चंद्र चतुर्वेदी ने कहा कि मच्छर हम सभी काटते हैं ऐसे में फाइलेरिया से बचाव की दवा न सेवन करने से इस रोग का खतरा बना रहेगा। इसलिए हम सभी इस दवा का सेवन तो करेंगे ही साथ ही विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावकों को भी जागरूक करेंगे। बैठक में स्वास्थ्य विभाग से राजकुमार, दुर्गेश रावत, त्रिपुरारी पाण्डेय, पीसीआई से जिला समन्यवक सरिता मिश्रा, सीफार के प्रतिनिधि आदि भी मौजूद रहे।