बलिया, 01 फरवरी (हि. स.)। 25 जनवरी को मनियर में हुए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में हुए धांधली के मामले में कड़ी कार्रवाई की गई है। फर्जीवाड़े के आरोप में तीन सरकारी अधिकारियों समेत पंद्रह लोगों को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
इस मामले में 30 जनवरी को एक अधिकारी एवं आठ अन्य लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई थी। जांच में कई और खुलासे हुए। जांच में परतें खुलती गईं और कईयों के नाम सामने आए। जिसके बाद जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने कड़े तेवर अपनाए।
जिलाधिकारी के तेवरों के बाद सामूहिक विवाह में फर्जीवाड़ा करने वालों पर धड़ाधड़ कार्रवाई की जा रही है। जिसका नतीजा यह हुआ कि गुरुवार को पन्द्रह लोग दबोच लिए गए।
डीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार करने वाले चाहे अधिकारी कर्मचारी या कोई भी अन्य हो उसे बक्शा नहीं जाएगा। उस पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि सामूहिक विवाह योजना में भ्रष्टाचार करने वालों पर ऐसी कार्रवाई की जाएगी कि वह जनपद के लिए नजीर बनेगी।
उधर, पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने बताया कि मनियर पुलिस टीम के निरीक्षक योगेश यादव, निरीक्षक निशात द्वारा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में हुए फर्जीवाड़ा के मामले में थाना मनियर पर 419, 420, 409, 406, 120 बी से सम्बन्धित अभियुक्त एडीओ समाज कल्याण सुनील कुमार यादव पुत्र स्व लालबिहारी यादव समेत 15 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायालय भेज दिया गया।
गिरफ्तार होने वालों में सहायक पटल अधिकारी कार्यालय जिला समाज कल्याण विभाग विकास भवन रविन्द्र गुप्ता पुत्र छांगुर गुप्ता, एडीओ समाज कल्याण विभाग ब्लाक बांसडीह, भानुप्रताप पुत्र स्व विक्रमा राम, आलोक श्रीवास्तव, उपेन्द्र यादव, दीपक चौहान, मुकेश कुमार गुप्ता, रामजी चौहान, संतोष यादव, रामनाथ, अच्छेलाल वर्मा, धर्मेन्द्र यादव, गुलाब यादव, सर्वजीत सिंह शामिल हैं। एसपी ने बताया कि अभी विवेचना जारी है। आगे जांच के दायरे में जो भी लोग आयेंगे, उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।