झांसी, 06 फरवरी (हि.स.)। बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मुकेश पाण्डेय ने आज विभिन्न कंपनियों के सीईओ एवं उनके प्रतिनिधियों से स्टार्ट-अप पर चर्चा की।
कुलपति ने कहा कि हाल ही में आई स्टार्टअप रिपोर्ट के अनुसार भारत में 90 हजार से ज्यादा स्टार्टअप पंजीकृत हैं, जो कि दुनिया में चौथे स्थान पर है। वहीं स्टार्टअप के लिए इकोसिस्टम के मामले में देश दुनिया में तीसरे पायदान पर है, जबकि उत्तर प्रदेश में दस हजार के करीब स्टार्टअप पंजीकृत हैं। इससे पता चलता है कि पिछले कुछ सालों में स्टार्टअप को लेकर सरकार की ओर से किये जा रहे प्रयास का परिणाम अब दिखने लगा है। युवा प्रतिभा अपने आइडिया से समाज की समस्याओं को दूर करने का प्रयास कर रही है लेकिन हमें उन आइडिया को स्टार्टअप और फिर सफल बिजनेस मॉडल के रूप में विकसित करना होगा।
उन्होंने कहा कि हम और हमारा विश्वविद्यालय परिवार सदा ऐसे प्रतिभाशाली युवाओं के साथ है और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए हमेशा तत्पर है। अधिष्ठाता छात्र कल्याण संकाय अध्यक्ष प्रो सुनील कुमार काबिया ने कहा कि युवाओं की आंखों में सपने हैं और वे कुछ बड़ा करना चाहते हैं। ऐसे में उन्हें अवसर देने के लिए विश्वविद्यालय प्रतिबद्ध है। उनके सपने को पूरा करने के लिए स्टार्टअप एक बड़ा अवसर है। युवा स्टार्टअप के जरिये न केवल अपने सपने को हकीकत में बदल सकते हैं बल्कि विश्वविद्यालय और देश की प्रगति में भागीदार भी बन सकते हैं।
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में स्थित इनक्यूबेशन सेंटर (बेसिक) बुंदेलखंड एक्टिव स्टार्टअप इनक्यूबेशन कांउसिल जो कि कंपनी एक्ट के सेक्सन-8 के तहत पंजीकृत है बुंदेलखंड में इनक्यूबेशन एवं स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए उत्कृष्ट इकोसिस्टम तैयार कर रहे हैं और वर्तमान में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में स्थित इनक्यूबेशन सेंटर में 22 स्टार्टअप इनक्यूबेटेड है इनक्यूबेशन सेंटर के द्वारा युवा स्टार्टअप को मेंटरिंग एवं हैंड होल्डिंग के साथ-साथ गाइडेंस प्रदान किया जाता है। इस मौके पर लिंक ऑसम, फिन्स एक्वा, आई स्टार नेटिव, क्यूरेनिया, सोरस वोल्ट, आर्टोजोन, इफरट डिजिटल, एक्ट टी कनेक्ट, एडूनियर, हैपेंस, मेमोरियल टेल ,ट्रिप फॉक्स ट्रैवल आदि नये स्टार्ट-अप के साथ चर्चा की।
इस मौके पर डॉ यशोधरा शर्मा, डॉ आशीष वर्मा, हितिका यादव, शशांक, शुभ खन्ना, दिव्यांकर, तरुण द्विवेदी, अभिषेक सिंह, डॉ अनुपम व्यास, डॉ अतुल खरे, डॉ संजीव, अनिल बोहरे, डॉ लवकुश द्विवेदी आदि उपस्थित रहे।