बिजनौर, 06 फरवरी ( हि.स.) । जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने कहा कि जिले के उत्पादों की गुणवत्ता के साथ-साथ उत्पादों की ब्रांडिंग तथा पैकेजिंग पर विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि उत्पादों की पैकेजिंग जितनी ज्यादा सुन्दर होगी उतना ही मार्केट में व्यापारी उत्पाद की खरीदारी के लिए आकर्षित होगा तथा अच्छा मूल्य प्राप्त होगा। उन्होंने डीसी-एनआरएलएम एवं पूर्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द आपस में समन्वय करते हुए प्रोडक्ट को मार्केट में ले जाने से पूर्व समूहों से सम्पर्क कर उत्पादों के नाम एवं मूल्य सहित सूची तैयार करें तथा उचित मूल्यों की दुकानों एवं पैट्रोल पम्पों पर बिक्री के लिए उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार प्रोडक्ट की गुणवत्ता एवं मार्केट में उसकी मांग से संबंधित सुझाव प्राप्त होगें, जिससे अनुमान हो जाएगा कि मार्केट के अनुरूप उत्पादों को किस प्रकार पूर्ण मानकों के अनुरूप तैयार करने की आवश्यकता है।
जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल की अध्यक्षता में आज दोपहर स्थानीय विकास भवन सभागार में स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार उत्पाद की लेबलिंग, पैकेजिंग, बिक्री, मार्केटिंग इत्यादि के प्रति जागरूक किये जाने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया।
उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि उत्पादों को बाजार में उचित मूल्य उपलब्ध कराने के लिए ब्लॉक मिशन प्रबंधक के साथ विशेषज्ञों की टीम गठित कर उनकी ब्राण्डिंग एवं पैकेजिंग कराना सुनिश्चित कराएं। उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत विदुर ब्राण्ड प्रोडक्ट तैयार करने वाले समूहों को सलाह दी कि वे जो भी उत्पाद बनायें उसकी गुणवत्ता, ब्रांडिंग, पैकेजिंग तथा मार्केटिंग पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कार्यशाला में जिले में स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए जा रहे विभिन्न समाग्री एवं उत्पादों को देखा उनके द्वारा बनाए गए उत्पादों की बनावट की सराहना की और कार्यशाला में दी जा रही सभी महत्वपूर्ण जानकारी अमल में लाये जाने की भी सलाह दी।
उन्होंने कहा कि पहले स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए प्रोडक्ट्स की बिक्री, पैकेजिंग,मार्केटिंग, ब्रांडिंग आदि के लिए कोई स्थाई समाधान नहीं था, लेकिन अब सरकार के अमूल्य प्रयासों से स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के लिए बेहतर प्लेटफार्म उपलब्ध है जिससे उन्हें अपने उत्पादों को बाजार में उतारने के लिए अब परेशानियां का सामना नहीं पड़ता जिससे आत्मनिर्भरता का रास्ता खोजना एवं आय कमाना आसान हो गया है।
मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा द्वारा कार्यशाला में उत्तर प्रदेश एसआरएलएम की एजेंसी स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों के लिए ब्रांडिंग बिक्री एवं मार्केटिंग के लिए एफएसएसएआई, पैकेजिंग के लिए जेम एवं अन्य एजेंसियां के बारे विस्तृत जानकारी दी गई।
इस अवसर पर कार्यशाला एक्सपर्ट लक्ष्य, शरद जैन के द्वारा स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को उत्पाद बनाने सहित फूड बनाने में सावधानियां व कच्चे माल की खरीदी के बारे में, उत्पाद पैकेजिंग, प्रोडक्ट लेबल, पोषण संबंधी सूचना आदि सभी छोटी से छोटी सभी महत्वपूर्ण जानकारी उत्पाद के उत्पादन में सहायक साबित होने वाले नोट्स पीपीटी के माध्यम से उपलब्ध कराई गये।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा, परियोजना निदेशक ज्ञानेश्वर तिवारी, उपनिदेशक कृषि गिरीश चंद्र, डीसी एनआरएलएम सहित सभी संबंधित अधिकारी व समूहों की महिलाएं मौजूद थी।