Haryana News : सीएम मनोहर लाल खट्टर आज रोहतक में बीजेपी में कई नेताओं को शामिल कर रहे हैं। इसी के तहत सोमवार को वर्ल्ड चैंपियन बॉक्सर व भीम अवॉर्डी स्वीटी बूरा अपने पति भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान दीपक हुड्डा के साथ भाजपा में शामिल हो गईं। रोहतक में CM मनोहर लाल ने पूर्व कांग्रेसी मंत्री कृष्ण मूर्ति हुड्डा को भी पार्टी में शामिल कराया।
इनके अलावा रेवाड़ी के सतीश यादव और सन्नी यादव, मोहित धन्वंतरि, AAP व्यापार विंग के रोहतक प्रधान साहिल मग्गू ने भी भाजपा जॉइन की। इसी के साथ सबसे बड़ी खबर यह भी है कि सामाजिक कार्यकर्ता व आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिंद और सीएम मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की है। उन्होंने मुलाकात कर राजनीतिक गलियारों में नई चर्चा को हवा दे दी है कि नवीन जय हिंद भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
नवीन जय हिंद ने आज रोहतक स्थित कैनाल रेस्ट हाउस में बंद कमरे में मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात की है। मुलाकात करने के बाद नवीन जय हिंद कमरे से बाहर आकर बोले प्रदेश के विभिन्न मुद्दों को लेकर मुलाकात हुई है और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने खिचड़ी खाने का न्योता भी दिया है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल आज रोहतक में भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं के एक कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए पहुंचे थे। जिसके बाद वह रोहतक के कैनाल रेस्ट हाउस पहुंचे और जिस नवीन जय हिंद को मुख्यमंत्री के आगमन के चलते पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर रखा था अचानक वह गाड़ी में बैठकर कैनाल रेस्ट हाउस ही पहुंच गए और बंद कमरे में मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात की। इस मुलाकात के दूसरी तरह से राजनीतिक मायने लगाई जा रहे हैं कि नवीन जय हिंद भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
लेकिन जब नवीन जय हिंद कमरे से बाहर निकले तो उन्होंने सभी चर्चाओं को विराम देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल को उन्होंने ज्ञापन सौंपा है। जिसमें 50 हजार नौकरियां देना, परिवार पहचान पत्र में आ रही त्रुटियों को दूर करना, एसवाईएल के मुद्दे का हल निकालना किसानों की समस्याओं का समाधान करना, तथा गॉड ब्राह्मण संस्था के लिए बजट जारी कर चुनाव की घोषणा करवाना प्रमुख मांगे हैं।
जब उनसे भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने को लेकर सवाल किया गया। उनका यह कहना था कि वह कोई भी काम बंद कमरे में नहीं करेंगे। अगर कुछ करना होगा तो डंके की चोट पर सबके सामने किया जाएगा। फिलहाल मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उन्हें खिचड़ी खाने का नेता दिया है और अगर मुख्यमंत्री मनोहर लाल इन सब मांगों को पूरा करते हैं, तो वह मुख्यमंत्री के नाम से भंडारा भी कर देंगे।