आजमगढ़ 19 फरवरी, (हि.स.)। एंटी करप्शन आज़मगढ़ की टीम ने छापेमारी कर आजमगढ़ जिले के एडी बेसिक कार्यालय में तैनात लिपिक मनोज कुमार श्रीवास्तव को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है। एंटी करप्शन टीम ने शिकायत के आधार पर कार्रवाई की और लिपिक को गिरफ्तार कर लिया। एंटी करप्शन टीम आजमगढ़ के प्रभारी सुखवीर सिंह भदौरिया ने बताया कि लिपिक के अलावा एडी बेसिक मनोज कुमार मिश्रा के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
जानकारी के अनुसार बलिया जिले के रहने वाले राजीव कुमार सिंह ने जिले की एंटी करप्शन टीम आज़मगढ़ को शिक्षा विभाग कार्यालय में रिश्वतखोरी की शिकायत की थी। शिकायतकर्ता राजीव ने पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि आजमगढ़ एडी बेसिक कार्यालय में जब वे अपने कक्षा 6 से 8 तक स्कूल के मान्यता का आवेदन लेकर पहुंचे तो उनसे रिश्वत मांगी गई। आरोप लगाया कि एडी बेसिक कार्यालय में तैनात लिपिक मनोज कुमार श्रीवास्तव ने मान्यता दिलाने के नाम पर 1 लाख 40 हजार रुपए की रिश्वत मांगी।
लिपिक ने कहा कि यह रकम अधिकारी तक जाती है, इसलिए रुपया कम नहीं किया जाएगा। काफी मिन्नत करने और 4 बार कार्यालय दौड़ने के बाद लिपिक ने रिश्वत की रकम 10 हजार कम करने पर सहमति दी। यह पूरा मामला जब आजमगढ़ की एंटी करप्शन टीम के पास पहुंचा तो उन्होंने पूरी तैयारी के साथ एडी बेसिक कार्यालय पर सोमवार को छापेमारी की। तय रकम जब लिपिक को दिया गया तो नोट पर पहले से लगे केमिकल की वजह से लिपिक के हाथ का रंग लाल हो गया और तत्काल टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार क्लर्क मनोज कुमार श्रीवास्तव आजमगढ़ के जाफरपुर का रहने वाला है।
एंटी करप्शन टीम आजमगढ़ के प्रभारी सुखवीर सिंह भदौरिया ने बताया कि बताया कि आरोपी मनोज कुमार श्रीवास्तव को दो लोक सेवक के सामने ही रिश्वत वाले नोट के साथ गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के विरुद्ध मामले में वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। आरोपी ने बताया है कि रिश्वत का रुपया एडी बेसिक को भी दिया जाता है, इस आधार पर एडी बेसिक मनोज कुमार मिश्रा पर भी मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।