Haryana News Update: हरियाणा के हिसार के गांव खेड़ी चौपटा में किसानों ने प्रशासन से तीन दौर की वार्ता के बाद हटने से इनकार कर दिया है। किसान सभा में फैसला लिया गया कि फिलहाल 29 फरवरी तक किसानों का यहां पर पक्का मोर्चा चलता रहेगा। किसानों की स्थानीय समस्याओं के अलावा MSP पर उनकी मांग जारी रहेगी। इससे पहले शुक्रवार को पुलिस व किसानों में यहां जबरदस्त भिड़त हाे गई थी। रात को किसानों-प्रशासन से मीटिंग के बाद किसान नेताओं को रिहा कर दिया गया था।
बताया गया है कि किसानों व प्रशासन में शनिवार को तीसरे दौर की बैठक हुई। इसमें प्रशासन से अपील की कि वे धरना खत्म कर दें। इस पर कोई सहमति नहीं बनी। बाद में किसानों की बैठक में 29 फरवरी तक खेती चौपटा में पक्का मोर्चा जारी रखने का फैसला लिया गया।
किसान नेता विकास सीसर ने कहा कि आज हमारी प्रशासन के साथ बातचीत हुई है। जो किसान नेता गिरफ्तार किए गए थे, उनको छोड़ दिया गया है। कुछ मसलों पर कानूनी चर्चा चल रही है। उन्होंने कहा कि किसानों का पंजाब बॉर्डर पर जो आंदोलन चल रहा है, इसको लेकर यह आंदोलन जारी है। किसान संगठनों द्वारा 29 फरवरी तक धरना दिया जाएगा।
ये हैं किसानों की 2 मांगे
उन्होंने कहा कि हमारी प्रशासन के साथ दो तरह की वार्ता चल रही है। एक तो जिन अधिकारियों ने किसानों पर लाठी चार्ज व आंसू गैस के गोले दागे हैं, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए और दूसरी मांग हमारी यह है कि किसी भी किसान पर कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। यह हमने प्रशासन के साथ वार्ता में मांग रखी है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा भीड़ को उकसाया गया। जिसके कारण सरकारी गाड़ियों में नुकसान हुआ है। किसानों की कोई भी मंशा नहीं थी। उन्होंने कहा कि हमारा खेड़ी चौपटा में 29 फरवरी तक ऐसे ही धरना जारी रहेगा।
क्या है पूरा मामला
ज्ञात हो कि, खेड़ी चौपटा में पक्का मोर्चा बनाकर बैठे किसानों और प्रशासन में खनौरी बॉर्डर कूच को लेकर टकराव की आशंका पहले से थीं, मगर टकराव इतना विकराल और हिंसक रूप धारण कर लेगा, इसका अंदाजा किसी को नहीं था। मौके पर दोपहर दो बजे तक सब ठीक रहा। किसान खनौरी बॉर्डर कूच को लेकर तैयार होते रहे और पुलिस प्रशासन उन्हें रोकने की तैयारी में जुटा रहा।
किसानों को रोकने के लिए प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात किया। दोनों तरफ से रास्ते बंद कर दिए। करीब सवा दो बजे किसानों ने खेड़ी की पुलिस के वाहन पर पत्थरबाजी कर गलियों से निकलने के प्रयास किया तो पुलिस ने गलियों से निकल रहे किसानों के ट्रैक्टरों को रोकना शुरू किया।
किसानों ने विरोध किया और हल्की-फुल्की धक्का मुक्की हुई। पुलिस ने लाठियां चलानी शुरू की और किसानों ने पत्थरबाजी से जवाब दिया, जिससे हालात पूरी तरह से बदल गए। आज दोपहर 3 बजे किसान खेड़ी-चौपटा में मीटिंग कर कोई बड़ा फ़ैसला ले सकते हैं।