Haryana Food Canteen: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गणतंत्र दिवस (Republic Day) के शुभ अवसर पर करनाल जिले में ध्वजारोहण (Flag Hoisting) किया। इस दौरान, उन्होंने मुख्यमंत्री शहरी आवास योजना (Urban Housing Scheme) के अंतर्गत 11 शहरों में 30 वर्ग गज के प्लॉट के आवंटन की घोषणा की।
यह योजना गरीबों और जरूरतमंदों (Poor and Needy) को सिर पर छत प्रदान करने के लिए प्रारंभ की गई थी। अब तक इस योजना के तहत एक लाख लोगों ने आवेदन किया है।
सांस्कृतिक विरासत और स्वास्थ्य की दिशा में नई पहल
मुख्यमंत्री ने करनाल में स्थित डॉ मंगलसेन ऑडिटोरियम में डॉ मंगलसेन और कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज (Kalpana Chawla Medical College) में कल्पना चावला की मूर्तियों की स्थापना की भी घोषणा की। यह न सिर्फ हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत को संजोएगा बल्कि स्वास्थ्य शिक्षा के क्षेत्र में भी नई प्रेरणा देगा।
अटल कैंटीन आहार की सुलभता
गरीबों और किसानों (Farmers) को सस्ती दरों पर पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश की 25 मंडियों में अटल कैंटीन की स्थापना की गई है। अब 1 फरवरी, 2024 से 15 और मंडियों में इसकी शुरुआत की जाएगी। इससे गरीब वर्ग को भोजन (Food) की सुलभता मिलेगी।
बिजली बिलिंग प्रणाली में सुधार
बिजली बिल (Electricity Bill) को लेकर हरियाणा सरकार ने बड़ा बदलाव किया है। पहले जहां दो महीने पर बिल आते थे, अब हर महीने बिल आने वाले हैं। यह प्रणाली पहले चरण में हिसार, महेंद्रगढ़, करनाल, और पंचकूला जिलों में लागू होगी। यह कदम बिलिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता (Transparency) और सुविधा लाएगा।
देश की आजादी और विकास के प्रतीक
मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता सेनानियों (Freedom Fighters) और विभिन्न युद्धों में शहीद हुए वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि देश के विकास में वैज्ञानिकों, किसानों (Scientists, Farmers) और मेहनतकश कामगारों का अहम योगदान रहा है।
गणतंत्र और जनता की भागीदारी
मुख्यमंत्री ने गणतंत्र (Republic) के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि यह जनता का शासन है। उन्होंने आपातकाल (Emergency) के दौरान हुए अत्याचारों का उल्लेख करते हुए कहा कि इसने जनता को जागरूक बनाया।
हरियाणा ने देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। चाहे वो ईज ऑफ डूइंग बिजनेस (Ease of Doing Business) हो या सामाजिक सुरक्षा पेंशन (Social Security Pension), हरियाणा ने विकास की नई ऊंचाइयों को छुआ है।
हरियाणा की नई उच्च शिक्षा एवं डिजिटल क्रांति
हरियाणा के मुख्यमंत्री, श्री मनोहर लाल ने राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में हुए नवीन विकासों के बारे में बताया। उनके अनुसार, राज्य सरकार ने प्रत्येक 20 किलोमीटर (Education Infrastructure) पर एक कॉलेज की स्थापना की है।
इसके साथ ही, डिजिटल शिक्षा (Digital Education) की ओर कदम बढ़ाते हुए, सरकारी स्कूलों के छात्रों को 5 लाख मुफ्त टेबलेट (Free Tablets) प्रदान किए गए हैं। सामान्य स्कूलों को संस्कृति मॉडल स्कूल (Sanskriti Model Schools) में परिवर्तित करने का कार्य भी जारी है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा।
राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार
मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2014 में जहां राज्य में केवल 6 मेडिकल कॉलेज (Medical Colleges) थे, वहीं अब उनकी संख्या 15 हो गई है, और इनमें 11 निर्माणाधीन हैं। इससे एमबीबीएस सीटों (MBBS Seats) की संख्या 750 से बढ़कर 3500 हो जाएगी।
इसके अलावा, चिरायु-आयुष्मान योजना (Chirayu-Ayushman Scheme) के तहत एक करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड जारी किए गए हैं, जिससे राज्य के नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाएं आसानी से उपलब्ध हो रही हैं।
महिला सुरक्षा और कानून व्यवस्था में सुधार
हरियाणा सरकार ने महिला सुरक्षा (Women Safety) के लिए कई कदम उठाए हैं। राज्य में 33 महिला थाने (Women Police Stations) स्थापित किए गए हैं। साइबर अपराध (Cyber Crime) पर नियंत्रण के लिए 29 साइबर थाने की स्थापना की गई है। डायल-112 (Dial-112) सेवा के माध्यम से 7 से 8 मिनट के भीतर आपात स्थितियों में सहायता पहुंचाने का प्रावधान है।
रोजगार सृजन और युवाओं के लिए अवसर
राज्य सरकार ने युवाओं के लिए रोजगार (Employment) सृजन पर विशेष ध्यान दिया है। पिछले साढ़े 9 वर्षों में 1,10,000 सरकारी नौकरियां (Government Jobs) प्रदान की गई हैं और 60,000 अतिरिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जारी है। निजी क्षेत्रों और हरियाणा कौशल रोजगार निगम (Haryana Skill Employment Corporation) के माध्यम से भी रोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।
जनता की सुविधा और गणतंत्र की भागीदारी
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि गणतंत्र (Republic) का अर्थ है जनता की भागीदारी। पंचायतों को स्वायत्तता प्रदान करने, ई-टेंडरिंग (E-Tendering) व्यवस्था और किसानों को सीधे खातों में भुगतान सुनिश्चित करके उन्होंने जनता को दफ्तर, दस्तावेज और दरख्वास्त से मुक्ति दिलाई है।
हरियाणा की गरिमामयी पहचान
गणतंत्र दिवस (Republic Day) के अवसर पर हरियाणा की झांकी का निरंतर चयन होना हमारे राज्य की शान और सांस्कृतिक विरासत (Cultural Heritage) को दर्शाता है। वर्ष 2022 में खिलाड़ियों और खेलों (Sports) में हरियाणा की पहचान, 2023 में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव (International Gita Festival) की झांकी और इस वर्ष परिवार पहचान पत्र (Family Identity Card) की झांकी प्रदर्शित की गई, जो हमारे राज्य के विकास की गाथा कहती है।
प्रधानमंत्री द्वारा अयोध्या में नई शुरुआत
22 जनवरी, 2024 को अयोध्या (Ayodhya) में प्रभु श्रीराम (Lord Ram) के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से न केवल देश बल्कि हरियाणा भी राममय हो उठा है। यह घटना न केवल आध्यात्मिकता (Spirituality) की, बल्कि रामराज्य की कल्पना की ओर भी इशारा करती है। हरियाणा में वर्ष 2014 से शासन व्यवस्था (Governance) के जरिए जनता को सुविधाएं प्रदान करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
हरियाणा के प्रतिष्ठित नागरिकों का सम्मान
मुख्यमंत्री द्वारा हरियाणा के चार नागरिकों – कलाकार महावीर गुड्डू (Artist Mahavir Guddu), सामाजिक कार्यकर्ता गुरविंदर सिंह (Social Worker Gurvinder Singh), कृषि वैज्ञानिक हरी ओम (Agricultural Scientist Hari Om) और श्रीराम को पद्मश्री (Padma Shri) से सम्मानित किया गया, जो हरियाणा के प्रगतिशील चेहरे (Progressive Face) को दर्शाता है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने नागरिकों से अपील की कि वे प्रगति, सद्भाव, विकास, समरसता और सहिष्णुता (Harmony, Development, Solidarity, and Tolerance) में भागीदार बनें।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और शहीदों का सम्मान
इस अवसर पर बच्चों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम (Cultural Program) ने हरियाणा की सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित किया। मुख्यमंत्री ने शहीदों के आश्रितों को सम्मानित करके बलिदान (Sacrifice) और वीरता की भावना को सलाम किया। इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले व्यक्तियों को भी सम्मानित किया गया, जो हमारे समाज की विविधता (Diversity) और प्रतिभा को दर्शाता है।