Haryana News: हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मंगलवार को हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग (एचईआरसी) के चेयरमैन नन्द लाल शर्मा ने भेंट की, राज्यपाल से रेगुलटरी गवर्नेंस को ओर अधिक उपभोक्ता अनुकूल, उपभोक्ताओं की शिकायतों के त्वरित समाधान तथा रेगुलेटर (विनियामक) का दृष्टिकोण विकासोन्मुख होना चाहिए जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई।
उल्लेखनीय है कि एचईआरसी के अध्यक्ष नन्द लाल शर्मा ने 02 फरवरी को पद एवं गोपनीयता की शपथ ली थी, एचईआरसी का कार्यभार संभालने के बाद राज्यपाल से उनकी यह पहली मुलाकात थी, इससे पहले श्री शर्मा सतलुज जल विद्युत निगम (एसजेवीएनएल) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक थे। राज्यपाल से हुई आधे घंटे की बैठक में मुख्यत: यही विचार विमर्श हुआ कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में विनियामक आयोगों की भूमिका औऱ अधिक रचनात्मक होनी चाहिए, क्योंकि रेगुलेटर को बिजली उपभोक्ताओं और बिजली निगमों के बीच में न्यायसंगत तरीके से एक समन्वय बनाना होता है। जिससे बिजली उपभोक्ताओं के हितों का भी संरक्षण करना होता है तथा बिजली निगमों पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े, इस सब को मद्देनजर रखते हुए अपने निर्णय लेने होते हैं। एचईआरसी अध्यक्ष नन्द लाल शर्मा ने बताया कि उपभोक्ताओं की शिकायतों के निवारण के लिए 21 सीजीआरएफ सर्कल स्तर पर 4 जोनल लेवल पर तथा 2 कॉर्पोरेट स्तर पर बनाई हुई हैं।
उल्लेखनीय है कि एचईआरसी के अध्यक्ष नन्द लाल शर्मा ने 02 फरवरी को पद एवं गोपनीयता की शपथ ली थी, एचईआरसी का कार्यभार संभालने के बाद राज्यपाल से उनकी यह पहली मुलाकात थी, इससे पहले श्री शर्मा सतलुज जल विद्युत निगम (एसजेवीएनएल) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक थे। राज्यपाल से हुई आधे घंटे की बैठक में मुख्यत: यही विचार विमर्श हुआ कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में विनियामक आयोगों की भूमिका औऱ अधिक रचनात्मक होनी चाहिए, क्योंकि रेगुलेटर को बिजली उपभोक्ताओं और बिजली निगमों के बीच में न्यायसंगत तरीके से एक समन्वय बनाना होता है। जिससे बिजली उपभोक्ताओं के हितों का भी संरक्षण करना होता है तथा बिजली निगमों पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े, इस सब को मद्देनजर रखते हुए अपने निर्णय लेने होते हैं। एचईआरसी अध्यक्ष नन्द लाल शर्मा ने बताया कि उपभोक्ताओं की शिकायतों के निवारण के लिए 21 सीजीआरएफ सर्कल स्तर पर 4 जोनल लेवल पर तथा 2 कॉर्पोरेट स्तर पर बनाई हुई हैं।
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