उन्हें पांच दिन के अंदर निर्धारित फार्मेंट में बताना होगा कि जिले में लिपिकों और चपरासियों के कुल स्वीकृत पद कितने हैं, इन पर कितने कर्मचारी तैनात हैं और कितने पद रिक्त हैं। कर्मचारियों और रिक्त पदों की जानकारी देते हुए यह भी बताना होगा कि इनमें सामान्य श्रेणी, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग-ए और पिछड़ा वर्ग-बी तथा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए कितने पद हैं।
वर्तमान में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के 42 हजार पदों को भरने की प्रक्रिया जारी है। प्रदेश सरकार ने इस साल 60 हजार नौकरियां देने का लक्ष्य रखा है। इनमें से तृतीय श्रेणी के 10 हजार पदों पर हाल ही में नियुक्तियां हो चुकी हैं। इसी तरह पिछले दिनों 1149 युवाओं को पुलिस में नौकरी मिली है।
यानी कि करीब 12 हजार पदों की भर्ती हो चुकी है और 41 हजार से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है। वहीं, युवाओं को निजी क्षेत्र में भी रोजगार देने के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं, जिनकी बदौलत प्रदेश में लगभग 32 लाख लोगों को रोजगार व स्वरोजगार मिला है।
इसके अलावा हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से लगभग 18 हजार युवाओं को अनुबंध आधार पर नौकरी दी गई है। इसी निगम के माध्यम से युवाओं को विदेश में रोजगार दिलाने में भी मदद की जा रही है। पिछले दिनों सात देशों में 13 हजार से अधिक नौकरियों के लिए आवेदन मांगे गए थे, जिनकी चयन प्रक्रिया जारी है