मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस निर्णय को कैबिनेट बैठक में घोषित किया, और इसे महीने बाद की घोषणा की गई है। इस निर्णय के तहत, आदिवासी और दलित महिलाएं भी 50 साल की आयु प्राप्त करने पर पेंशन लाभ के पात्र होंगी, जबकि पहले यह सीमा 60 साल थी।
जनसंख्या के अनुसार, राज्य में वर्तमान में कुल 35.68 लाख लाभार्थी पेंशन लाभ उठा रहे हैं, और इसमें पिछले चार सालों में 82 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह निर्णय महिलाओं को आर्थिक समर्थन प्रदान करने और उनकी सामाजिक सुरक्षा में सुधार करने का प्रयास है।
राज्य सरकार ने महिलाओं को बड़ी खुशखबरी दी है, जिसमें राज्य की महिलाओं को खास तोहफा दिया गया है । इस फैसले के अनुसार, सभी वर्ग की महिलाओं के लिए पेंशन की योग्यता आयु को मौजूदा 60 साल से घटाकर 50 साल कर दिया गया है। इसका मतलब है कि राज्य में 50 साल से अधिक आयु की सभी महिलाएं हर महीने 1000 रुपए की वृद्धा पेंशन का लाभ उठा सकेंगी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस निर्णय को कैबिनेट बैठक में घोषित किया, और इसे महीने बाद की घोषणा की गई है। इस निर्णय के तहत, आदिवासी और दलित महिलाएं भी 50 साल की आयु प्राप्त करने पर पेंशन लाभ के पात्र होंगी, जबकि पहले यह सीमा 60 साल थी।
जनसंख्या के अनुसार, राज्य में वर्तमान में कुल 35.68 लाख लाभार्थी पेंशन लाभ उठा रहे हैं, और इसमें पिछले चार सालों में 82 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह निर्णय महिलाओं को आर्थिक समर्थन प्रदान करने और उनकी सामाजिक सुरक्षा में सुधार करने का प्रयास है।